देश में खरीफ बुवाई पिछड़ी
अब तक 1064 लाख हे. में हुई बोनी
30 अगस्त 2021, नई दिल्ली । देश में खरीफ बुवाई पिछड़ी – देश में मानसूनी वर्षा की कमी के कारण खरीफ की बुवाई पिछड़ गई है। दलहनी फसलों को छोड़कर अन्य फसलों का रकबा घटा है अब तक कुल बोनी 1064 लाख हेक्टेयर में हुई है जबकि गत वर्ष इस अवधि में 1083 लाख हेक्टेयर में बोनी हो गई थी। इस प्रकार इस वर्ष लगभग 19 लाख हेक्टेयर कम रकबे में बुवाई हुई है। दूसरी तरफ देश में मानसून भी करवट बदल रहा है। कहीं अधिक तथा कहीं कम वर्षा हो रही है। सीजन में 25 अगस्त तक 10 फीसदी मानसूनी वर्षा की कमी बनी हुई है। जिसका असर बुवाई पर पड़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक अब तक उत्तर-पूर्वी भारत में 11 फीसदी, उत्तर-पश्चिमी भारत में 12 फीसदी एवं मध्य भारत में 13 फीसदी वर्षा की कमी बनी हुई है। जबकि दक्षिण भारत व तटवर्तीय क्षेत्र में 3 फीसदी वर्षा अधिक हुई है।
कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक देश में धान की बुवाई लगभग 388.56 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हो गयी है जो कि पिछले वर्ष इसी अवधि में 393.41 लाख हेक्टेयर में हुई थी। वहीं दलहन की बुवाई गत वर्ष की तुलना में लगभग 2 लाख हेक्टेयर बढ़कर 135.83 लाख हेक्टेयर में हो गई है जो गत वर्ष इस समय तक 134.23 लाख हेक्टेयर थी। इसमें अरहर की बुवाई 48.94 लाख हेक्टेयर में हुई है जो गत वर्ष अब तक 46.98 लाख हेक्टेयर में हुई थी। मोटे अनाज की बुवाई लगभग 170.98 लाख हेक्टेयर में हुई है जो पिछले वर्ष इसी अवधि में 173.61 लाख हेक्टेयर में हुई थी।
वहीं तिलहन के लिए लगभग 189.54 लाख हेक्टेयर क्षेत्र कवरेज हुआ है जो कि पिछले वर्ष इसी अवधि में 192.51 लाख हेक्टेयर था। इसमें सोयाबीन का रकबा बढ़ा है अब तक 121.51 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन बोई गई है जो गत वर्ष 120.56 लाख हेक्टेयर थी। इसी प्रकार अब तक गन्ना 54.70 लाख हेक्टेयर में बोया गया है जबकि गत वर्ष इस अवधि में 53.96 लाख हेक्टेयर में इसकी बोनी हुई थी। वहीं कपास की बुवाई अब तक 117.42 लाख हेक्टेयर में हुई है जो कि पिछले वर्ष इसी अवधि में 128.41 लाख हेक्टेयर में हुई थी।