देश में जायद फसलों की बुवाई धीमी
12 अप्रैल 2024, नई दिल्ली: देश में जायद फसलों की बुवाई धीमी – देश में जायद (ग्रीष्मकालीन) फसलों की बुवाई में कमी आई है। अब तक 46.88 लाख हेक्टेयर में फसलें बोई गई हैं जो गत वर्ष की तुलना में लगभग 5 लाख हेक्टेयर कम है। गत वर्ष अब तक 52.31 लाख हेक्टेयर में फसलें बोई गई थीं।
कृषि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 5 अप्रैल तक जारी आंकड़ों के मुताबिक धान की बोनी 29.44 लाख हेक्टेयर में हुई है जो गत वर्ष से लगभग 3 लाख हेक्टेयर अधिक है। क्योंकि गत वर्ष अब तक 26.49 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई हो गई थी। ग्रीष्म दलहनी फसलों में पिछले वर्ष की इस अवधि की तुलना में वृद्धि दर्ज की गई है। इस वर्ष दलहनी फसलों का कुल क्षेत्र 8.97 लाख हेक्टेयर रहा वहीं वर्ष 2023 में कुल क्षेत्र 8.70 लाख हेक्टेयर क्षेत्र था। इसमें मुख्य रूप से मूंग 6.52 लाख हेक्टेयर में बोई गई है, जबकि गत वर्ष अब तक मूंग की बोनी 6.33 लाख हेक्टेयर में हुई थी। इसी प्रकार उड़द की बोनी 2.23 लाख हेक्टेयर में हो गई है, जो गत वर्ष अब तक 2.11 लाख हेक्टेयर में बोई गई है। अन्य दलहनी फसलें भी 21 हजार हेक्टेयर में बोई गई हंै।
अब तक तिलहनी फसलों का कुल रकबा 8.48 लाख हेक्टेयर रहा वहीं गत वर्ष अब तक 8.26 लाख हेक्टेयर में बोनी हुई थी। इसके तहत मूंगफली की बुवाई 3.89 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो गत वर्ष 3.77 लाख हेक्टेयर में हुई थी। इसी प्रकार तिल की बोनी 4.09 लाख हेक्टेयर में हो गई है, जो गत वर्ष 4 लाख हेक्टेयर में हुई थी। अन्य तिलहनी फसलों की बोनी भी 21 हजार हेक्टेयर में हो गई है।
ग्रीष्मकालीन (जायद) फसलों की बुवाई स्थिति 5 अप्रैल तक (लाख हेक्टेयर)
फसल | बुवाई का क्षेत्र वर्ष 2024 | बुवाई का क्षेत्र वर्ष 2023 |
चावल | 29.44 | 26.49 |
दालें | 8.97 | 8.70 |
मूंग | 6.52 | 6.33 |
उड़द | 2.23 | 2.11 |
अन्य दालें | 0.21 | 0.25 |
तिलहन | 8.48 | 8.26 |
मूँगफली | 3.89 | 3.77 |
सूरजमुखी | 0.29 | 0.28 |
तिल | 4.09 | 4.00 |
अन्य तिलहन | 0.21 | 0.22 |
कुल | 46.88 | 52.31 |
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)