सिर्फ नैनो यूरिया का ही करें उपयोगः पीएम मोदी
09 जनवरी 2024, नई दिल्ली: सिर्फ नैनो यूरिया का ही करें उपयोगः पीएम मोदी – प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कल (8 जनवरी 2024) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और स्थानीय स्तर के प्रतिनिधियों के साथ देश भर से हजारों विकसित भारत संकल्प यात्रा लाभार्थी शामिल हुए।
इस अवसर पर श्री मोदी ने प्राकृतिक खेती के चलन पर चर्चा करते हुए किसानों से रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को नियंत्रित करने को कहा साथ ही बोला कि किसान यूरिया के साथ नैनो यूरिया का उपयोग न करें, केवल नैनों यूरिया का उपयोग करें। किसानों ने प्रधानमंत्री को बताया कि किसानों के बीच लगातार जागरूकता पैदा की जा रही है और उर्वरकों के उपयोग को तर्कसंगत बनाने के लिए मिट्टी का परीक्षण भी किया जा रहा है। साथ ही किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किया जा रहा है।
नैनो यूरिया के उपयोग से गेंहू की पैदावार में 20 फीसदी कमीः पीएयू
हाल ही में पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (पीएयू) के एक शोध के अनुसार नैनो यूरिया के उपयोग से फसल की पैदावार पर नकारात्मक प्रभाव, प्रोटीन सामग्री में उल्लेखनीय गिरावट और खेती के खर्च में समग्र वृद्धि को उजागर किया हैं। पीएयू की रिसर्च ने इफको के नैनो यूरिया उपयोग प्रोटोकॉल का पालन किया जिसके कारण पारंपरिक नाइट्रोजन-उर्वरक के अनुप्रयोग की तुलना में धान और गेहूं की पैदावार में कमी आई हैं।
नैनो-यूरिया के उपयोग से गेहूं की उपज में 21.6% की और धान की उपज में 13% की गिरावट देखी है। प्रयोग से यह भी पता चला कि नैनो-यूरिया के इस्तेमाल से जमीन के ऊपर टिलर बायोमास और जड़ की घनत्वता में भी कमी देखी गई है।”
किसान यूरिया व नैनो यूरिया दोनों में किसी एक का करें उपयोगः श्री मोदी
इस अवसर पर श्री मोदी ने कहा, “मैं देश के किसानों से आग्रह करता हूं कि वे यूरिया और नैनो यूरिया दोनों का उपयोग न करें, जहां भी उपलब्ध हो, नैनो का ही उपयोग करें।” प्रधानमंत्री ने यह भी कहा, ‘जब सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना के साथ काम करती है तो योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचता है। इसके बाद भी यदि कोई छूट जाता है तो ‘मोदी की गारंटी की गाड़ी’ उस तक लाभ पहुंचा देगी।’ उन्होंने कहा कि सरकार पैक्स को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है और 2 लाख भंडारण इकाइयां बनाने की योजना है।
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