राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

केंद्रीय रसायन मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने भारतीय उर्वरक संघ के 59वें वार्षिक सेमिनार 2023 का किया उद्घाटन 

07 दिसम्बर 2023, नई दिल्ली: केंद्रीय रसायन मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने भारतीय उर्वरक संघ के 59वें वार्षिक सेमिनार 2023 का किया उद्घाटन  – केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने बुधवार को नई दिल्ली में भारतीय उर्वरक संघ (एफएआई) के 59वें वार्षिक सेमिनार 2023 का उद्धघाटन किया। इस संगोष्ठी का विषय “उर्वरक और कृषि क्षेत्रों में नवाचार” था।

इस सेमिनार को संबोधिक करते हुए श्री मंडाविया ने कहा, “सरकार छोटे और सीमांत किसानों के लिए अपनी सहायता बढ़ा रही है, उनके कल्याण को प्राथमिकता दे रही है और इस तरह देश के खाद्य सुरक्षा लक्ष्यों को पूरा कर रही है। भारत सरकार ने पिछले 2-3 वर्षों के दौरान, वैश्विक स्तर पर वस्तुओं की ऊंची कीमतों के प्रभाव को हावी नहीं होने दिया है और स्थिर अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) पर उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित की है।

इसके परिणामस्वरूप वैश्विक स्तर पर खपत में गिरावट की तुलना में इन वर्षों के दौरान उर्वरक की खपत स्थिर रही और रिकॉर्ड कृषि उत्पादन हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि घरेलू उत्पादन को मजबूत करने और लीकेज और डायवर्जन को रोकने के लिए सरकार द्वारा कई सक्रिय उपाय किए गए हैं, जिनके संयुक्त प्रयासों से रिकॉर्ड उत्पादकता प्राप्त हुई है।”

सेमीनार में फर्टीलाइजर एक्ट 1985 के तहत 3 फर्टिलाइजर को किया जारी

इस अवसर पर भारतीय उर्वरक संघ द्वारा प्रकाशित तीन प्रकाशनों, अर्थात्, फर्टिलाइजर (अकार्बनिक, जैविक या मिश्रित) (नियंत्रण) आदेश 1985; उर्वरक सांख्यिकी 2022-23 और विशेष उर्वरक और सूक्ष्म पोषक सांख्यिकी 2022-23 को भी जारी किया गया । इसके अलावा कंपनियों, वैज्ञानिकों और अन्य व्यक्तियों को सूक्ष्म पोषक तत्वों, जैव उर्वरकों आदि के उत्पादन, पर्यावरण प्रदर्शन, सुरक्षा, विपणन और प्रचार में उत्कृष्टता को मान्यता देने और अनुसंधान व विकास में उनके योगदान के लिए विभिन्न पुरस्कार वितरित किए गए।

मिलियन टन से अधिक यूरिया क्षमता की पुनर्जीवित

श्री मांडविया ने कहा कि सरकार यूरिया के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता होने की दिशा में कई प्रयास किए हैं। सरकार द्वारा 3 मिलियन टन से अधिक यूरिया क्षमता को पुनर्जीवित किया गया है और अगले कुछ वर्षों में अतिरिक्त क्षमता के चालू होने की आशा है। उन्होंने कहा कि सरकार फॉस्फेटिक और पोटाशिक क्षेत्रों में कच्चे माल की सुरक्षा की दिशा में काम कर रही है और भारतीय कंपनियों को विदेशी उद्यमों, दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी और खनन में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

14 करोड़ कृषक परिवारों को समय पर दिया उर्वरक

 सेमिनार के दौरान श्री मांडविया ने कहा “माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम और दूरदर्शी नेतृत्व के अंतर्गत भारतीय उर्वरक क्षेत्र ने हमारे 14 करोड़ कृषक परिवारों को समय पर उर्वरक प्रदान करके, कृषि संबंधी सेवाएं प्रदान करके और एक मजबूत शक्ति के रूप में उभरकर सहायता प्रदान करने के दोहरे उद्देश्यों को प्राप्त किया है। इस प्रकार भारतीय उर्वरक क्षेत्र वैश्विक बाजार को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।” 

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