अलीराजपुर वन मेले में 15 लाख की जड़ी बूटियाँ और उत्पाद बिके
28 फरवरी 2024, इंदौर: अलीराजपुर वन मेले में 15 लाख की जड़ी बूटियाँ और उत्पाद बिके – अलीराजपुर में वन मेले का समापन जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट के मुख्य आतिथ्य तथा वन, पर्यावरण मंत्री श्री नागर सिंह चौहान की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
इस मौके पर जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने कहा वन मेले का आयोजन अलीराजपुर में किया जाना गर्व की बात है। इससे क्षेत्रवासियों को जड़ी बुटियों की जानकारी होगी। यह आयेाजन जनजातीय पहचान को बढ़ावा देने की विशेष पहल और महत्वपूर्ण श्रृंखला है। यह अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद की जन्म भूमि है, जहाँ प्रकृति और संस्कृति भरपूर मात्रा में उपलब्ध है। केन्द्र और राज्य सरकार संस्कृति और परंपराओं को सुदृढ करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश का महुआ विदेशों में पहचान बना रहा है। केन्द्र और प्रदेश सरकार योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन एवं अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को योजनाओं का लाभ दिलाए जाने के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है। 2003 में प्रदेश का सिंचाई रकबा 6 से 7 लाख हेक्टेयर था, जो वर्तमान में 47 लाख हेक्टेयर पहुंच गया है। प्रदेश के 89 जनजातीय बहुल ब्लाक में मेले को लेकर विशेष प्रयास किए जाएं।
वन, पर्यावरण एवं अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री नागर सिंह चौहान ने कहा वन मेले की परिकल्पना को भोपाल से अलीराजपुर स्तर पर लेकर आने का मुख्य उद्देश्य है कि प्रदेश भर में उत्पादित होने वाली जड़ी बुटियों और उनसे उत्पादित दवाओं आदि को आमजन जाने। जिलेवासियों को जड़ी बूटियों के बारे में जानकारी मिल सके। अलीराजपुर में आयोजित वन मेले के माध्यम से 15 लाख रुपये से अधिक की जड़ी बूटियाँ एवं इनसे तैयार उत्पाद का विक्रय हुआ है। बड़ी संख्या में आमजन ने वन मेले का लाभ लिया है। उन्होंने कहा केन्द्र और राज्य सरकार वनोपज को विशेष पहचान दिलाने के लिए प्रयासरत है। प्रदेश में वन धन केन्द्र की स्थापना से वनोपज संग्रहण करने वालों की आर्थिक स्थिति में बदलाव होगा उन्हें संग्रहित वनोपज का उचित दाम और मार्केट मिलेगा। एम.डी. लघु वनोपज संघ श्री विभाष ठाकुर ने संघ के कार्यों एवं प्रगति की जानकारी दी। कार्यक्रम में सीईओ ईको पर्यटन श्रीमती समीता राजौरा, म.प्र. लघु वनोजप संघ एएमडी श्री मनोज अग्रवाल, एपीसीसीएफ श्री बीएल अन्ना गेरी सहित जनप्रतिनिधिगण और आमजन उपस्थित थे।
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