मोटे अनाज पर बोनस की उम्मीद पूरी नहीं हुई
बजट पर विशेष टिप्पणी
डॉ. जी.एस. कौशल, पूर्व कृषि संचालक
9 मार्च 2023, भोपाल । मोटे अनाज पर बोनस की उम्मीद पूरी नहीं हुई – मध्यप्रदेश सरकार ने कृषि बजट तो बढ़ाया है पर किसानों को प्रोत्साहित करने का जो अवसर मिला था, उसे सरकार ने खो दिया है। बजट में कृषि क्षेत्र के लिए 53,964 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है पर देश-विदेश में जिस तरह मोटे अनाज की मांग बढ़ रही है, उसे देखते हुए बोनस दिए जाने की उम्मीद थी लेकिन यह पूरी नहीं हुई। इसी तरह विदेश में सब्जियों की कीमत काफी बढ़ गई है।
निर्यात को बढ़ावा देने के साथ कोल्ड स्टोरेज क्षमता में वृद्धि के लिए कदम उठाकर इसका लाभ प्रदेश के किसानों को दिलाया जा सकता है। जब तक किसानों के सिर से ऋण का बोझ पूरी तरह नहीं उतर जाता है तब तक कोई सरकार ऋ ण माफी करेगी तो कोई ब्याज। सरकार ने ब्याज माफी के लिए साढ़े तीन सौ करोड़ रुपए का प्रावधान रखा है। खेती की लागत कम करने के लिए बिना ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराना जारी रखा जाएगा तो बिजली बिलों पर अनुदान मिलता रहेगा।
सरकार इस पर बड़ी राशि व्यय करेगी। परंपरागत कृषि के साथ-साथ दाल, तिलहन, मसाले, औषधीय सुगंधित तेल आदि की फसलों के विविधीकरण, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती और पशुपालन पर जोर दिया गया है। यह सब तो ठीक है पर किसानों को उपज का उचित मूल्य मिले, इसके लिए जितने उपाय की उम्मीद बजट से थी वह पूरी नहीं हुई है।
उद्यानिकी फसलों को प्रोत्साहित करने के लिए विपणन की व्यवस्था का बनाया जाना जरूरी है, साथ ही स्टोरेज की व्यवस्था तथा सुदृढ़ को दुरुस्त किया जाना बेहद आवश्यक है। इसके अभाव में न केवल फसलों का नुकसान होता है अपितु किसानों को भी हानि उठानी पड़ती है।
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