पशु बांझपन शिविर एवं जागरूकता गोष्ठी संपन्न
26 फरवरी 2024, दमोह: पशु बांझपन शिविर एवं जागरूकता गोष्ठी संपन्न – दमोह जिले के ग्राम बोतराई में पशु जागृति अभियान के तहत पशु बांझपन शिविर एवं जागरूकता गोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य अतिथि प्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी विभाग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री लखन पटेल थे। श्री पटेल ने गौ-पालकों को दवाई की किट वितरित की और नानाजी देशमुख वेटरनरी विज्ञान यूनिवर्सिटी जबलपुर से आए पी.जी., पी.एच.डी. के छात्रों ने पशुओं का इलाज किया। इस अवसर पर नानाजी देशमुख वेटनरी विज्ञान यूनिवर्सिटी जबलपुर के कुलपति प्रो. डॉ सीता प्रसाद तिवारी, अधिष्ठाता डॉ राजेश कुमार शर्मा, निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ सुनील नायक, जनपद अध्यक्ष खिलान अहिरवार खासतौर पर मौजूद थे।
श्री पटेल ने कहा नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा संगोष्ठी आयोजित की गई जिसमें गौवंश आदि की हेल्थ, उनको दिए जाने वाली दवाइयां और सरकार की जो-जो भी योजना है उसके बारे में किसानों और पशुपालकों को अवगत कराया है। यहां ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतर लोग किसान ही है, हम पशुपालन इसलिए करते हैं कि घर में दूध हो जायेगा, घी बन जायेगा। यदि हम पशुपालन को व्यापारिक दृष्टि से करने लगे तो निश्चित रूप से यह आय बढ़ाने का काम करेगा। पशुपालन आय दोगुनी करने का माध्यम है । प्रधानमंत्री श्री मोदी का सपना है कि किसानों की आय दोगुनी हो। इस कैंप से लोगों में जागरूकता तो आएगी ही साथ ही साथ यहां का प्रचार-प्रसार होगा, तो दूसरे गांव के लोग भी यहां पर शामिल होंगे।
पशुपालन राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा हमारे पास दूध तो है लेकिन उसकी खपत नहीं है तो दूध का बहुत ज्यादा स्टॉक हो जाता है, अमूल के साथ टाईअप करके इस काम को आगे बढ़ने का काम करेंगे। दिल्ली में केंद्रीय पशुपालन और डेयरी के मंत्री श्री रूपाला से मिला। उन्होंने कहा कि आप बड़े-बड़े गौ अभ्यारण बनाईये, बाउंड्री बनाने के लिए, शेड बनाने के लिए, पानी के लिए पूरा पैसा हम देंगे। हिमाचल प्रदेश के एक व्यक्ति सांची डेयरी के साथ टाईअप करना चाहते हैं। वह इन्वेस्ट करेंगे और सांची के साथ कोलैबोरेट करके इको वर्ल्ड वाईज बनाएँगे। कुछ दिनों में उनसे अनुबंध होगा। सड़कों पर घूमने वाले गौवंश को लेकर केन्द्रीय मंत्री रूपाला से चर्चा हुई। जिसकी योजना बनाकर 05 से 10 गांव में एक बड़ा गोबर गैस प्लांट लगाकर, उन्हें गैस दी जा सके । इसके लिए योजना तैयार की गई है।इसमें समय लगेगा क्योंकि यह बड़ा काम है,। जब गाय का गोबर आपके घर से बिकने लगेगा, तो आप गौवंश को कहीं बेसहारा नहीं छोड़ेंगे।
डॉ सीता प्रसाद तिवारी ने कहा कृषि से संबंधित जो वृहद नॉलेज आप सभी के पास है । पशुपालन के क्षेत्र को गांव-गांव तक ले जाएं। पशुपालन कर किसान आत्मनिर्भर हो। आप वर्मी कंपोस्ट बना सकते हैं, और हम गौशाला में कुछ ट्रेनिंग प्रोग्राम भी कर सकते हैं, सर्टिफिकेट कोर्सेज स्टार्ट कर सकते हैं और जो पैसा हमारे पास आएगा उसे पैसे को हम गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगायेंगे।डॉ राजेश शर्मा ने कहा दवाइयां वितरण कर रहे हैं, जिसमें कैल्शियम मिनरल मिक्चर है। पशुपालन से आय को दोगुना करना है। कृषि और पशुपालन जब साथ-साथ दोनों व्यवसाय किए जाएंगे तब आय निश्चित रूप से दोगुनी हो सकती है। कार्यक्रम में सर्व श्री खरगराम पटेल , लाखन प्रजापति, बद्री पटेल , बलराम पटेल, राजेश कुर्मी, श्री रणवीर,अन्य जनप्रतिनिधि, उपसंचालक पशु चिकित्सा डॉ ए.डब्ल्यू.खान सहित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
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