National News (राष्ट्रीय कृषि समाचार)

मुंबई में आम उत्पादकों की राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न

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06 अप्रैल 2024, मुंबई: मुंबई में आम उत्पादकों की राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न – गत दिनों मुंबई में महाराष्ट्र स्टेट मैंगो ग्रोवर्स एसोसिएशन एवं महाराष्ट्र स्टेट लेवल एग्रीकल्चर, हॉर्टिकल्चर, इरिगेशन, प्रोसेसिंग, इन्वेस्टमेंट, सोलर एनर्जी, मिल्क एन्ड डेयरी डेवलपमेंट और कोल्ड चेन वेयरहाउसिंग के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय आम संगोष्ठी का आयोजन  किया गया। मुख्य अतिथि द्वय  गोदरेज इंडस्ट्रीज लि के अध्यक्ष  श्री एन.बी. गोदरेज और आरएम फॉस्फेट्स एन्ड केमिकल्स लि के एमडी  श्री विनीत जैन थे। संगोष्ठी की अध्यक्षता  मैंगो ग्रोअर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट श्री चंद्रकांत मोकल ने की। इस संगोष्ठी में महाराष्ट्र के कई आम उत्पादक किसानों ने भाग लिया।

श्री गोदरेज ने अपने उद्बोधन में कहा कि किसान हमारे देश की ताकत है और हमें उनकी पूरी मदद करनी चाहिए। सरकार के सक्रिय समर्थन से कृषि क्षेत्र में सुधार होगा। आपने  कृषि का पुरजोर समर्थन करते हुए कहा कि पशुपालन परियोजनाओं से दूध की मात्रा एवं गुणवत्ता में सुधार होगा। आपने ईंधन और जैव विविधता का जिक्र कर कहा कि डंठल बहुत तेजी से दोबारा उग आते हैं, लेकिन जड़ें लंबे समय तक टिकी रहेगी, कार्बन को लगातार अलग करने से हमें कई फायदे होंगे। वहीं श्री जैन ने आयोजक मैंगो ग्रोअर्स एसोसिएशन के कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि उद्यानिकी फसलों में सूक्ष्म पोषक तत्वों की भूमिका अहम होती है। आरएमपीसीएल के उत्पाद महावीरा जिरोन ने इस दिशा में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है। जैसे नमक और हल्दी के बिना भोजन का स्वाद फीका रहता है , वैसे ही फसलों के लिए महावीरा जिरोन महत्वपूर्ण है। इस संगोष्ठी में श्री एम.के. डे, जीएम. नाबार्ड, आईसीएआर से श्री राजा सुब्रमण्यम,उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक लि से श्री अमित खोम्बडिया, पूर्वी कार्गो आपूर्ति श्रृंखला के निदेशक श्री  विनीत खन्ना और आधार हाउसिंग फाइनेंस लि  से श्री मयंक भटनागर ने अपनी विषयगत प्रस्तुति दी।

श्री मोकल ने कहा कि 1991 में श्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में आर्थिक संरचना का द्वार खुला और कृषि के निर्यात को बढ़ावा  मिलने से  किसान लाभान्वित हुए । इससे पैकेजिंग गुणवत्ता में सुधार करने में भी मदद मिली। मुंबई में पहले सेब शिमला और कश्मीर से लकड़ी के कार्टूनों में पैक होकर आते थे। फिर खुली अर्थव्यवस्था के कारण  महाराष्ट्र के किसानों ने कोरोगेटेड बक्सों में पैक करके भेजना शुरू किया। अल्फांसो आम को कोरोगेटेड बक्सों में पैक कर उनका निर्यात शुरू किया, जिससे हमें अल्फांसो आम के निर्यात के अधिक से अधिक ऑर्डर प्राप्त करने में मदद मिली। आपने कहा गत 5 से 6 वर्षों में हुए भारी जलवायु परिवर्तन से किसानों के सामने आम उपज में 50 – 60  प्रतिशत की गिरावट को कवर करने की चुनौतीपूर्ण स्थिति है। इस संगोष्ठी में  गांवों में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय कार्य करने वाले तथा जल संरक्षण अभियान का सराहनीय कार्य करने वाले किसानों को सम्मानित किया गया।

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