किसान भाइयों को सलाह
6 नवम्बर 2022, भोपाल । किसान भाइयों को सलाह –
रबी फसलों की उन्नत किस्में
गेहूं की उन्नत किस्में– (अ) पूर्ण सिंचित किस्में जैसे- जे.डब्ल्यू-1203,1215, एचआई 8759, 1544 आदि।
(ब) अर्ध सिंचित (1-2 सिंचाई) किस्में जैसे- जेडब्ल्यू 3288,3211,3020, एचआई-1531,1544 आदि।
पशुपालन, मुर्गीपालन, मछलीपालन, बकरीपालन
- थनैला रोग से बचाव के लिए दुहने के पूर्व व बाद में थनों को 1 प्रतिशत पोटेशियम परमेग्नेट (पी.पी. लोसन) या आयोडोफोर घोल से धोयें।
- मुर्गी के चूजों में रानीखेत बीमारी के नियंत्रण हेतु एफ वन या लसोटा स्ट्रेन का टीका लगवायें।
- गाय में माता रोग का टीका लगवायें तथा पशुओं को खुरपका-मुँहपका रोग का टीका लगवायें एवं कृमिनाशक दवा पिलवाएं।
- पशुशाला एवं मुर्गीशाला में किलनी एवं चीमड़ी के नियंत्रण के लिए मैलाथियान दवा 3 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिडक़ाव करें।
- सी.सी.पी.पी. का टीकाकरण करवाएं।
- गौ शाला में पशुओं का टीकाकरण करवाएं तथा कीचड़ एवं जलभराव की स्थिति से बचाएं। ( डॉ. अशोक सिंह भदौरिया, उपसंचालक, पशु चिकित्सा सेवाएं, जिला सीहोर)
- इस समय गौवंशी पशुओं में वायरस डिसीज लम्पी बीमारी का प्रकोप हो रहा है। इसमें त्वचा पर फफोले पडक़र फूटते हैं लक्षण दिखाई देने पर नजदीकी जिला पशु चिकित्सालय से टीकाकरण करवाएं।
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