रतलाम केवीके द्वारा खरीफ में पौध संरक्षण पर प्रशिक्षण
26 जून 2021, रतलाम । रतलाम केवीके द्वारा खरीफ में पौध संरक्षण पर प्रशिक्षण – कृषि विज्ञान केन्द्र जावरा (रतलाम) द्वारा गतदिनों कृषि विज्ञान केन्द्र जावरा द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन वर्चुअल (ऑनलाईन) किया गया। जिसमें कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख द्वारा बताया गया कि किसान भाई किसी भी फसल का बीज उपयोग करने से पहले रोग प्रतिरोधी प्रजातियों का ही चयन करें।
डॉ. ज्ञानेन्द्र प्रताप तिवारी, वैज्ञानिक (पौध संरक्षण) द्वारा खरीफ मौसम में फसलों में लगने वाली कीट एवं व्याधियों के बारें में बताया गया। जैसे सोयाबीन फसल में लगने वाली मृदा जनित बीमारियों एवं कीटों से फसल को कैसे बचाएं, उसके उपाय बताए गए जैसे बीजोपचार आदि के बारें में विस्तापूर्वक जानकारी प्रदान की गई। गहरी जुताई करने से मृदा जनित रोग कम लगते है तथा साथ में मृदा में रहने वाले हानिकारक कीट जो फसल को अनुकूल परिस्थिति मिलने पर नुकसान पहुंचाते हैं, उन कीटों के अण्डे तथा प्यूपा जो जमीन में दबे रहते हैं वो भी नष्ट हो जाते हैं के बारे में कृषकों को बताया। कार्यक्रम के दौरान केवीके के डॉ. रामधन घसवा, डॉ. रोहताश सिंह भदौरिया, डॉ. सुशील कुमार, डॉ. डी.आर. पचौरी, डॉ. शिश राम जाखड़, श्री मनोज कुमार रजक, श्री अनिल उपाध्याय एवं श्री योगेश कुमार साहू ने भाग लिया। आभार डॉ. बरखा शर्मा द्वारा किया गया।