महेश्वर और कसरावद ब्लॉक में प्राकृतिक खेती के प्रशिक्षण आयोजित
18 अगस्त 2022, मंडलेश्वर: (दिलीप दसौंधी , मंडलेश्वर ) महेश्वर और कसरावद ब्लॉक में प्राकृतिक खेती के प्रशिक्षण आयोजित – महेश्वर विकासखंड के ग्राम धरगांव में गत दिनों प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण आयोजित किया गया जिसमें ग्राम धरगांव,सुलगांव,झापड़ी, करोंदिया और जलूद के प्राकृतिक खेती में पंजीकृत किसानों के अलावा ग्राम के अन्य किसानों ने भी भाग लिया । प्रशिक्षण में रिटायर्ड एसडीओ श्री राधेश्याम जोशी ,सहायक तकनीकी प्रबंधक श्री गणेश पाटीदार, सहायक तकनीकी प्रबंधक श्री जितेंद्र बिरला एवं रिटायर्ड ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री रामेश्वर पाटीदार द्वारा किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारियां दी गई।
श्री गणेश पाटीदार ने किसानों को प्राकृतिक कृषि के महत्व के साथ ही रसायनों के मानव स्वास्थ्य,भूमि ,वायु एवं जल पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभाव के बारे में बताया। जबकि श्री जोशी द्वारा किसानों को जीवामृत, घन जीवामृत ,बीजामृत,पांच पत्ती काढ़ा इत्यादि प्राकृतिक खेती के लिए आवश्यक घटकों के बारे में जानकारी दी गई । कृषक श्री धर्मेंद्र सुरेंद्र सिंह मंडलोई के खेत पर जीवामृत तथा घन जीवामृत बनाकर बताया गया। प्रशिक्षण में प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों ने अपने अनुभव साझा किए।
इसी तरह आत्मा परियोजना द्वारा गत दिनों कसरावद विकासखंड के ग्राम बलगांव में किसानों को प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण दिया गया। सहायक तकनीकी प्रबंधक श्री सुनील बर्फा एवं श्री अविनाश चौहान के मार्गदर्शन में कृषकों को प्राकृतिक खेती का महत्व बताते हुए प्रायोगिक करके जीवामृत बनाने की विधि बताई गई। किसानों को बताया गया कि जीवामृत बनाने में 10 किलो गोबर 10 लीटर गौमूत्र ,2किलो गुड़, 2किलो बेसन एवम बरगद या पीपल के पेड़ के नीचे की 1 किलो मिट्टी और 180 लीटर पानी को एक ड्रम में लेकर तैयार किया जाता है। तैयार होने में 5 से 7 दिन का समय लगता है तैयार जीवामृत को एक एकड़ खेत के लिए तैयार किया जाता है साथ में फसलों में लगने वाले कीट रोगों की रोग थाम के लिए नीमास्त्र ,ब्रहास्त्र बनाने की भी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री सरदार सिंह चौहान कृषक विजय भाई पटेल, श्री महेंद्र भाई पटेल एवं अन्य किसान उपस्थित थे।
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