राज्य कृषि समाचार (State News)

राजस्थान में किसान को काम करते हुए अंग-भंग या मृत्यु होने पर 2 लाख रुपये तक की सहायता

राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना: अब तक 10 हजार पीडि़त किसानों को मिला 151 करोड़ रुपये का आर्थिक संबल

rajeev

3 दिसम्बर 2022, जयपुर । राजस्थान में  किसान को काम करते हुए अंग-भंग या मृत्यु होने पर 2 लाख रुपये तक की सहायता – राज्य सरकार द्वारा किसानों को आर्थिक संबल देने की दृष्टि से कई अभूतपूर्व फैसले किये हैं। राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना भी किसानों को संकटपूर्ण समय में आर्थिक संबल देने की ऐसी ही एक योजना है। सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से किसानी का काम करते समय दुर्घटनावश अंग भंग होने अथवा मृत्यु होने पर किसान को 2 लाख रुपये तक का आर्थिक सहयोग दिया जाता है।

इस संबंध में कृषि विभाग के उपनिदेशक श्री प्रमोद कुमार सत्या ने बताया कि योजना के तहत राज्य में कृषि कार्य करते समय होने वाली दुर्घटनाओं में कृषक एवं खेतिहर मजदूर की मृत्यु होने की स्थिति में 2 लाख रुपये की सहायता का प्रावधान किया गया है। इसी तरह अंग-भंग होने की स्थिति में जैसे कि रीढ़ की हड्डी टूटने, सिर पर चोट लगने से कोमा में जाने, दोनों हाथ, दोनों पैर, दोनों आंख अथवा कोई एक अंग कटकर अलग होने पर 50 हजार रुपये की मदद दी जाती है। योजना के तहत एक अंग विकलांगता पर 25 हजार रुपये, एक अंगुली कटने पर 5 हजार, दो अंगुली कटने पर 10 हजार और चार अंगुली कटने पर 20 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।

श्री सत्या ने बताया कि योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा गत 4 वर्षों में 10 हजार 237 किसानों को मंडी समितियों के जरिये 151 करोड़ 92 लाख 3 हजार रुपये का भुगतान किया गया हैं। उन्होंने बताया कि राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना का लाभ लेने के लिए किसान राज किसान साथी पोर्टल पर जन आधार और मोबाइल नंबर के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

रामकिशन मीणा के परिवार को मिला आर्थिक संबल

जयपुर जिले के ग्राम लालवास निवासी रामकिशन मीना ने बताया कि उनकी पत्नी मीरा देवी की फरवरी 2022 में खेत मे काम करते समय जहरीले जानवर के काटने से मृत्यु हो गई थी। उन्होंने राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना में सहायता राशि के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। राज्य सरकार द्वारा उनके बैंक खाते में 2 लाख रुपये की राशि ऑनलाइन भेज दी गई है।

बिनसा देवी को मिली आर्थिक सहायता

जयपुर जिले में जमवारामगढ़ निवासी बिनसा देवी इस योजना के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार जताते हुए कहती हैं कि इस योजना से उनके जैसे बहुत से किसानों को राहत मिली है। कृषि एवं विपणन कार्य करते समय किसान और खेतीहर मजदूर आकस्मिक दुर्घटनाओं में विकलांग हो जाते हैं और कई बार तो मृत्यु भी हो जाती है। ऐसी स्थिति में पीडि़त परिवारों को संबल देने के लिए यह योजना वरदान की साबित हो रही है। वे बताती हैं कि कृषि कार्य करते समय उनके दाहिने हाथ की दो अंगुलियां कट गई थीं। चिरंजीवी योजना के तहत उनका नि:शुल्क उपचार हुआ और साथ ही राजीव गांधी कृषक साथी योजना के तहत दस हजार रुपये की सहायता राशि भी उन्हें मिली है।

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