आईएसआरआई और पीआईईएमआर के बीच समझौता
26 अगस्त 2021, इंदौर। आईएसआरआई और पीआईईएमआर के बीच समझौता – कृषि समुदाय, कृषि और संबद्ध उद्योग, अकादमिक और समाज को लाभ पहुंचाने, अनुसंधान एवं विकास, प्रौद्योगिकी विकास और विस्तार गतिविधियों में सहयोग तथा कार्य को शुरू करने के उद्देश्य से भा.कृ.अनु.प. – भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान (आई.एस.आर.आई.) इंदौर और प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट एंड रिसर्च (पी.आई.ई.एम.आर.), इंदौर के बीच समग्र रूप से एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, निदेशक डॉ. नीता खांडेकर ने वैज्ञानिकों की एक टीम के साथ गत दिनों पी.आई.ई.एम.आर. का दौरा किया और दोनों संस्थानों के बीच सामान्य अनुसंधान हितों और संबद्ध गतिविधियों के क्षेत्रों पर दीर्घकालिक सहयोग करने हेतु एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। टीम ने पी.आई.ई.एम.आर. की सुविधाओं, विशेष रूप से स्वचालित यंत्र और रोबोट विभाग का निरीक्षण किया।
आरम्भ में डॉ एम. देशपांडे, ने भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर के वैज्ञानिक और पी.आई.ई.एम.आर. कर्मचारियों का स्वागत किया।
डॉ. जॉली मसीह ने पी.आई.ई.एम.आर. में विकसित विभिन्न प्रौद्योगिकियों जैसे सेंसर और ड्रोन प्रौद्योगिकियों द्वारा फसल निगरानी, मृदा मानचित्रण (मैपिंग), मिट्टी संरचना विश्लेषण, खरपतवार प्रबंधन, सेंसर आधारित ग्रीन हाउस , रोग निगरानी प्रणाली तथा किसानों को खेती के लिए आवश्यक मार्गदर्शन करने हेतु विकसित उर्वरक ऐप पर संक्षिप्त प्रस्तुति दी। डॉ. डेविश जैन, अध्यक्ष, पीआईईएमआर ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और प्रयोगशाला से खेतों तक कार्य करने पर जोर दिया गया।