राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

पंचायती राज संस्थाओं की निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों की बुलंद आवाजें संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में गूंजीं

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महिला नेताओं ने अपनी प्रेरक पहल और उपलब्धियों को साझा किया

06 मई 2024, नई दिल्ली: पंचायती राज संस्थाओं की निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों की बुलंद आवाजें संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में गूंजीं – 3 मई, 2024 को जब महिला प्रतिनिधियों की बुलंद आवाजें संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के पवित्र हॉल में गूंजीं तो यह दिन एक महत्वपूर्ण अवसर के रूप में चिह्नित किया गया। भारत के पंचायती राज संस्थानों से निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों (ईडब्ल्यूआर) ने सीपीडी57 के इतर कार्यक्रम में छा गईं। इस कार्यक्रम का शीर्षक था “एसडीजी का स्थानीयकरण: भारत में स्थानीय प्रशासन में महिला नेतृत्व”। इसमें महिला प्रतिनिधियों ने अपनी प्रेरणादायक कहानियों और परिवर्तनकारी पहलों से दर्शकों-श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। तीन प्रतिष्ठित महिला पंचायत नेताओं श्रीमती सुप्रिया दास दत्ता, श्रीमती कुनुकु हेमा कुमारी और श्रीमती नीरू यादव ने बाल विवाह से निपटने, शिक्षा को बढ़ावा देने, वित्तीय समावेशन, आजीविका आदि पर अपनी बात रखी ।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन और पंचायती राज मंत्रालय ने संयुक्त रूप से 3 मई, 2024 को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय सचिवालय भवन में संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) के सहयोग से इस कार्यक्रम में राजदूत रुचिरा कंबोज ने पंचायती राज के माध्यम से विकेन्द्रीकृत ग्रामीण स्थानीय स्वशासन की भारत की अनूठी व्यवस्था पर प्रकाश डालते हुए संदर्भ स्थापित किया ।

पंचायती राज मंत्रालय में सचिव श्री विवेक भारद्वाज ने भारत में ग्रामीण स्थानीय स्वशासन की समृद्ध और पुरानी परंपरा पर प्रकाश डालते हुए,  केंद्र सरकार की “ड्रोन दीदी” और “लखपति दीदी” पहल जैसे उदाहरणों का हवाला देते हुए आर्थिक सशक्तिकरण के लिए पंचायती राज संस्थानों द्वारा अपनाए गए अभिनव दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ताओं में संयुक्त राष्ट्र में नॉर्वे के उप स्थायी प्रतिनिधि श्री एंड्रियास लोवोल्ड और यूएनएफपीए के प्रतिनिधि शामिल थे ।

यूएनएफपीए के क्षेत्रीय निदेशक श्री पियो स्मिथ ने परिवर्तनकारी महिला नेतृत्व के माध्यम से सभी स्तरों पर असमानताओं को कम करने में भारत की मजबूत प्रगति की सराहना पंचायती राज मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्री आलोक प्रेम नागर ने बताया कि पंचायतों की निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों का उत्साह, जोश एसडीजी को साकार करने में , दूसरों को प्रेरित करने के लिए एक प्रकाशस्तंभ के रूप में काम करती है।

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