इंसेक्टीसाइड्स इंडिया ने जैव उत्पाद ‘कायाकल्प’ लांच किया
नई दिल्ली। देश की अग्रणी कृषि समाधान कंपनी इन्सेक्टीसाइड्स (इंडिया) लिमिटेड ने एक क्रांतिकारी जैविक उत्पाद कायाकल्प लांच किया जो मिट्टी के स्वास्थ्य में अभूतपूर्व परिवर्तन लाएगा और फसल का स्वास्थ्य एवं उत्पादकता सुधारने के लिए जैविक रूप से इसका जीर्णोद्धार करेगा। कायाकल्प की लांचिंग जैविक उत्पादों के क्षेत्र में आईआईएल के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। नेशनल सेंटर ऑफ ऑर्गेनिक फार्मिंग, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने इसको प्रमाणित भी किया है।
श्री राजेश अग्रवाल
इन्सेक्टीसाइड्स (इंडिया) लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री राजेश अग्रवाल ने कहा कि ‘आईआईएल में, हमारा प्रयास हमेशा ऐसे अनुसंधानों के लिए शोध और नवीनता तलाश करना है जो कि किसानों को कृषि उत्पादकता के लिए सबसे अधिक चुनौतियों का सामना करने में मदद करते हैं। मृदा का क्षरण और क्रमिक रूप से घटती मिट्टी की उर्वरता निश्चित रूप से किसानों के लिए सबसे बड़ी परेशानियों में से एक है। हमारे सबसे उन्नत उत्पाद ‘कायाकल्प’ के साथ, हम किसानों को एक ऐसे उपकरण से लैस करने में सक्षम होंगे जो उनकी मिट्टी के स्वास्थ्य को बदल सकें, जिससे स्थिति बेहतर हो सके और अधिक उत्पादन करे।
श्री अग्रवाल ने यह भी कहा कि ‘भूमि कायाकल्प अभियानÓ (लेंड रेजयूवेनेशन कैंपेन) के नाम पर किसानों के लिए देशभर में जागरूकता अभियान शुरू किया गया है, जिसके तहत कंपनी का लक्ष्य अगले दो वर्षों के भीतर 10 लाख से अधिक किसानों तक यह उत्पाद पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
डॉ. कृष्ण चन्द्र
नेशनल सेंटर ऑफ ऑर्गेनिक फार्मिंग के निदेशक डॉ. कृष्ण चन्द्र ने कहा, ‘यह उत्पाद मिट्टी की भौतिक एवं रसायनिक स्थितियों में बदलाव लाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हमने किसानों के खेतों में इसका परीक्षण किया है और मिट्टी में बदलाव पाया है।Ó
हेड रिसर्च एवं क्यू, इन्सेक्टीसाइड्स (इंडिया) लिमिटेड डॉ. एल.सी. रोहेला ने कहा, कायाकल्प को मिट्टी की भरपाई करने के लिए बनाया गया है, इसके कार्बनिक कार्बन को बढ़ाना है, जो अच्छी मिट्टी के स्वास्थ्य का संकेत है, साथ ही साथ इसके भौतिक गुणों को बेहतर बनाता है।
‘अभिनेता और इन्सेक्टिसाइड्स (इंडिया) लिमिटेड के ब्रांड एम्बेसेडर सुनील शेट्टी ने कहा, ‘इन वर्षों में, आईआईएल ने अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को बढ़ावा देने और एक सुदृढ़ कृषि समाधान प्रदान करने का प्रयास किया है 5
खास बातें
- मिट्टी के लिए रिवाइटलाइजर
- रसायन उर्वरकों का उपयोग 25 प्रतिशत तक कम
- आईआईएल द्वारा मृदा स्वास्थ्य पर राष्ट्रव्यापी अभियान
- 10 लाख किसानों तक पहुंचेगी आईआईएल