प्रदेश में पहले मावठे से रबी फसलों को होगा लाभ
गेहूं-चने को फायदा, केला, टमाटर को नुकसान की संभावना
05 दिसम्बर 2023, भोपाल: प्रदेश में पहले मावठे से रबी फसलों को होगा लाभ – प्रदेश में ठंड के सीजन का पहला मावठा गिरने से तापमान भी लुढ़क गया है। कई जिलों में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पंजाब के पास हवा के ऊपरी भाग में, उत्तरी-मध्य महाराष्ट्र पर तथा मध्य प्रदेश के उत्तरी क्षेत्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। जिस कारण हो रही मावठे की बारिश ने किसानों के चेहरे खिला दिए हैं बरसात के साथ मौसम गुलाबी हो गया है। वहीं किसानों के लिए यह बोनस की तरह है उन्हें रबी की सिंचाई के लिए एक अतिरिक्त पानी मिल गया। आसमान में बादल छाए हैं। साथ की हवा की रफ्तार तेज हो गई है जिसके कारण सर्द हवा चलने की वजह से ठंड का असर बढ़ गया है।
फसलों को होगा लाभ
इस समय हुई मावठे की बारिश से रबी फसलों को काफी लाभ मिलेगा। गेहूं, चना, सरसों की फसलों में सिंचाई का सीजन चल रहा है। ऐसे में बारिश होने से फसलों को लाभ मिला। साथ ही जिन किसानों के पास फसलों की सिंचाई के लिए पानी नहीं है। उनकी फसलों की सिंचाई हो गई। मौसम का पूर्वानुमान देखते हुए कृषि विभाग ने किसानों के लिए सलाह जारी की है। किसानों से कहा गया है कि बारिश को देखते हुए कपास के खिले हुए डेंडुओं की शीघ्रता से चुनाई करें। सब्जियों की कटाई कर बाजार में बेंच दें।
नुकसान की भी आशंका
पश्चिमी विक्षोभ के कारण कई स्थानों पर तेज वर्षा हुई। इससे केला और टमाटर की फसल को खासा नुकसान बताया जा रहा है। तुअर को भी नुकसान की आशंका है।
छ.ग. में किसानों की चिंता
छत्तीसगढ़ में भी हुई बूंदा-बांदी ने वातावरण में ठंडक घोल दी है। यहां भी पारा गिरा है। कहीं-कहीं बारिश के आसार मौसम विभाग ने जताए हैं। इन दिनों छत्तीसगढ़ में धान की कटाई और मिंजाई का काम चल रहा है। बदलता मौसम किसानों की टेंशन बढ़ा रहा है। यहां धान खरीदी भी शुरू हो गई है। किसानों को धान फसल को सुरक्षित रखने की चिंता है।
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