किसान खरीफ फसलों में उपलब्ध सिंचाई संसाधनों से जीवन रक्षक सिंचाई करें
01 सितम्बर 2023, झाबुआ: किसान खरीफ फसलों में उपलब्ध सिंचाई संसाधनों से जीवन रक्षक सिंचाई करें – झाबुआ जिले में खरीफ मौसम वर्ष 2023 अंतर्गत 189260 हेक्ट. में बुआई की गई। खरीफ मौसम की मुख्य फसलें मक्का, सोयाबीन, कपास, धान, उड़द, मूंगफली है। जिले के समस्त 06 विकास खंडों में विगत एक सप्ताह से वर्षा नहीं हुई । जिले की मौसम स्थिति तेज धूप एवं खुले मौसम को देखते हुए, हल्की भूमि में फसलों की आंशिक रूप से मुरझाने जैसी स्थिति निर्मित हो रही है।
वर्तमान में दलहनी एवं तिलहनी फसलो में फली निर्माण एवं अनाज वाली फसलो में भुट्टा निर्माण की अवस्था होने से मौसम अनुसार फसल को पानी की अत्यन्त आवश्यकता है। अतः किसानों से अपील की गई है कि खरीफ फसलों में वर्षा की स्थिति को देखते हुए तत्काल आपके पास उपलब्ध सिचाई संसाधन जैसे डीजल पम्प, विद्युत पम्प, स्प्रिंकलर सिंचाई, ड्रिप सिंचाई आदि के माध्यम से जीवन रक्षक सिंचाई करें , ताकि फसलों में पानी की कमी के कारण उपज पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव से बचा जा सके।
साथ ही फसलों में कीट व्याधि प्रकोप जैसी स्थिती निर्मित होने पर सोयाबीन फसल में तम्बाकू की इल्ली, सेमीलूपर, गर्डल बीटल आदि का प्रकोप होने पर कृषि वैज्ञानिकों की सलाह अनुसार लैम्ब्डा साईलोहेथ्रीन 4.9 सी.एस. अथवा इमामेक्टीन बेंजोएट 1.9 ई.सी, की 425 एम.एल. मात्रा प्रति हैक्टर छिड़काव करें तथा बी.टी.कपास फसल में रस चूसक कीट का प्रकोप होने पर थायो मिथाक्सम दवा का 5 से 7.5 ग्राम प्रति पम्प घोल बनाकर छिड़काव करें ।
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