खरगोन में डीएलसीसी की बैठक सम्पन्न
नाबार्ड का माइक्रो सिंचाई, खाद्य प्रसंस्करण एवं एफपीओ फाइनेंसिंग पर फोकस
19 दिसम्बर 2023, मंडलेश्वर(दिलीप दसौंधी, मंडलेश्वर): खरगोन में डीएलसीसी की बैठक सम्पन्न – गत दिनों श्री कर्मवीर शर्मा, कलेक्टर की अध्यक्षता में डीएलसीसी बैठक आयोजित की गई। खरगोन जिले के लिए ₹. 8564.81 करोड़ की ऋण योजना बनाई गई है । बैठक में कलेक्टर ने नाबार्ड द्वारा वर्ष 2024-25 के लिए तैयार की गई पीएलपी ( पोटेंशियल लिंक्ड क्रेडिट प्लान) का विमोचन किया ।
श्री विजेंद्र पाटिल, डीडीएम नाबार्ड ने बताया कि खरगोन जिले के लिए ₹. 8564.81 करोड़ की ऋण योजना बनाई गई हैं। इसमें कृषि क्षेत्र के लिए ₹. 7245.77 करोड़, एमएसएमई क्षेत्र हेतु ₹ 1002.75 करोड़ तथा अन्य प्राथमिकता क्षेत्र के लिए ₹. 316.28 करोड़ का आंकलन किया गया है। कृषि मियादी ऋण ₹ 2604.87 करोड़ का आंकलन किया गया है, जो कुल कृषि ऋण का लगभग 36 प्रतिशत है। खरगोन जिले के दो महत्वाकांक्षी विकास खंड झिरन्या और भगवानपुरा के लिए क्रमश: ₹ 637.94 करोड़ एवं ₹ 738.46 करोड़ की ऋण संभाव्यता का आंकलन किया गया है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024-25 के लिए, नाबार्ड ने, एसएचजी / जेएलजी वित्तपोषन, सिंचाई सुविधाओं में विस्तार, वेयरहाउसिंग, डेयरी विकास में सुधार, कृषक उत्पादन संगठन इत्यादि जैसे क्षेत्रों पर ज़ोर देने की आवश्यकता जताई है । उपरोक्त क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए, नाबार्ड ने कई विकास गतिविधियों की भी शुरुआत की है , जिसमें स्वयं सहायता समूह/ संयुक्त देयता समूह प्रोमोटिंग संस्थान, कार्यशालाओं का आयोजन, सेमिनार, प्रशिक्षण शिविर, एफ़पीओ, कृषि उत्पादकता सुधार योजना, जल संसाधन के माध्यम से प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, गैर कृषि क्षेत्र के लिए ऋण आधारित प्रशिक्षण इत्यादि प्रमुख हैं।
डीडीएम नाबार्ड ने सभी बैंक को फूड – एग्रो प्रोसेसिंग, एफ़पीओ फाइनन्सिंग एवं नाबार्ड द्वारा वित्तपोषित बिस्टान एवं नागलवाड़ी लिफ्ट सिंचाई योजना से लाभान्वित क्षेत्रों में माइक्रो (ड्रिप/स्प्रिंकलर) इरीगेशन के लिए ऋण प्रवाह बढ़ाने पर ज़ोर दिया। बैठक श्री सचिन सुले, आरबीआई एलडीओ, श्री सुमेर सिंह सोलंकी, एलडीएम व सभी विभाग और बैंक के समन्वयक उपस्थित थे।
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