राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: आत्मनिर्भर किसान I प्याज निर्यात I बायोस्टिमुलेंट्स I PM किसान योजना I जैविक खेती I सोलर पंप

24 मार्च 2025, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें….

1. किसानों को सशक्त बना रही सरकार: श्री चौहान

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केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा में कृषि मंत्रालय से संबंधित अनुदान की मांगों पर चर्चा के दौरान कहा कि खाद्यान्न एवं फल-सब्जियों के उत्पादन व उत्पादकता में लगातार वृद्धि हो रही है, इसके पीछे सुव्यवस्थित रणनीति, अनेकों प्रयास किए जा रहे हैं। मोदी सरकार की नीति-रीति किसानों को सशक्त करने की है। किसान मजबूत होगा तो देश समृद्ध होगा। पूरी खबर पढ़े….

2. प्याज निर्यात: 1 अप्रैल से प्याज निर्यात सस्ता, आपके लिए क्या बदलेगा?

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 भारत सरकार ने प्याज के निर्यात पर लगने वाले 20% शुल्क को 1 अप्रैल 2025 से हटाने का फैसला किया है। यह जानकारी उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में दी गई। राजस्व विभाग ने इस संबंध में शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर दी। इस कदम से प्याज के निर्यात को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, लेकिन सवाल यह है कि क्या इससे आम लोगों को राहत मिलेगी? पूरी खबर पढ़े….

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3. बायोस्टिमुलेंट्स पर सरकार की मोहलत: जानिए क्या है नया आदेश

कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने उर्वरक (अकार्बनिक, कार्बनिक या मिश्रित) (नियंत्रण) दूसरा संशोधन आदेश, 2025 जारी किया है, जिसमें उर्वरक (नियंत्रण) आदेश, 1985 में एक महत्वपूर्ण संशोधन किया गया है। यह संशोधन मुख्य रूप से उन बायोस्टिमुलेंट्स के निर्माण और आयात को प्रभावित करता है, जिनके लिए कोई विशिष्ट मानक निर्धारित नहीं किए गए हैं। पूरी खबर पढ़े….

4. पीएम-किसान योजना: अपात्र किसानों से 416 करोड़ रुपये वसूले गए, क्या है पूरा मामला?

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने हाल ही में पीएम-किसान योजना को लेकर एक अहम जानकारी साझा की है। इस योजना के तहत अब तक देशभर में अयोग्य लाभार्थियों से 416 करोड़ रुपये की वसूली की जा चुकी है। यह योजना, जो फरवरी 2019 में शुरू की गई थी, किसानों को सालाना 6,000 रुपये की वित्तीय मदद देने के लिए बनाई गई थी। पूरी खबर पढ़े….

5. जलवायु से निपटने को तैयार: ICAR की 2,900 उन्नत फसलें

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पिछले एक दशक (2014-2024) में, भारत के राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रणाली (NARS), जिसमें ICAR संस्थान और राज्य/केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय (CAU/SAU) शामिल हैं, ने 2,900 उन्नत खेत फसल प्रजातियाँ और संकर (हाइब्रिड) विकसित किए हैं। इनमें अनाज (1,380), तिलहन (412), दलहन (437), रेशा फसलें (376), चारा फसलें (178), गन्ना (88), और अन्य फसलें (29) शामिल हैं। पूरी खबर पढ़े….

6. जैविक खेती को बढ़ावा: सरकार की योजना से मिट्टी को फायदा

मिट्टी में जैविक कार्बन के घटते स्तर से निपटने के लिए भारतीय सरकार ने मिट्टी की सेहत को सुधारने और टिकाऊ खेती को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। अब तक 24.84 करोड़ से ज्यादा मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड (एसएचसी) किसानों को दिए जा चुके हैं, जिनमें मिट्टी के पीएच, पोषक तत्वों के स्तर और जैविक कार्बन की मात्रा की विस्तृत जानकारी दी गई है। पूरी खबर पढ़े….

7. इथेनॉल को बढ़ावा, किसानों का फायदा!

 भारत सरकार ने पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य 2030 से कम करके 2025-26 कर दिया है यानी कि पैट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनाल मिश्रण का लक्ष्य इस वर्ष के अंत तक हासिल कर लिए जाने की उम्मीद है । सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों द्वारा 28 फरवरी 2025 तक पैट्रोल में करीब 18 प्रतिशत तक इथेनॉल मिश्रण किए जाने की सूचना है। पूरी खबर पढ़े….

8. “खेती बचाओ, देश बचाओ!”

खेती सिर्फ एक व्यवसाय नहीं, बल्कि भारत की आत्मा और भविष्य है। आज़ादी के बाद हरित और श्वेत क्रांति ने हमें आत्मनिर्भर बनाया, लेकिन अब खेती को एक बार फिर से नए स्तर पर ले जाने की जरूरत है। आज किसान अपनी ही ज़मीन पर मजदूर बन रहा है, जबकि मुनाफ़ा बड़ी कंपनियों के हाथों में चला गया है। पूरी खबर पढ़े….

9. किसानों को डबल फायदा! सोलर पंप से सिंचाई भी और कमाई भी

मध्यप्रदेश में खेती-किसानी को आसान और फायदेमंद बनाने के लिए सरकार लगातार नई योजनाएँ ला रही है। राज्य सरकार का दावा है कि उसकी नई नीतियों और नवाचारों की वजह से प्रदेश कृषि के मामले में कई अन्य राज्यों से आगे निकल चुका है। पूरी खबर पढ़े….

10. कृषि संकाय के छात्रों ने किया कृषक जगत कार्यालय का शैक्षणिक भ्रमण

श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय, इंदौर के कृषि संकाय के छात्रों ने हाल ही में कृषक जगत के इंदौर कार्यालय का शैक्षणिक भ्रमण किया, जहां उन्होंने कृषि पत्रकारिता की कार्यप्रणाली को करीब से समझा। इस दल का नेतृत्व सहायक प्रोफेसर श्री सुहास माने ने किया। पूरी खबर पढ़े….

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