राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

केंद्र सरकार ने 27.5 रुपये प्रति किलोग्राम पर ‘भारत आटा’ लॉन्च किया

07 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने 27.5 रुपये प्रति किलोग्राम पर ‘भारत आटा’ लॉन्च किया – केंद्र सरकार ने घरेलू बाजार में बढ़ती महंगाई को देखते हुए जरूरी खाद्य पदार्थों की कीमतों को सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाया है। इसके तहत सरकार ने आटे की कीमतों को सस्ता करने पर अपना ध्यान केन्द्रित किया है।

केंद्रीय उपभोक्ता एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने सोमवार को नई दिल्ली में  27.50 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती कीमत पर ‘भारत आटा’ नाम से एक नई भारत आटा योजना शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को किफायती दाम पर गेहूं का आटा उपलब्ध कराना है।

उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने भारत ब्रांड के अंतर्गत गेहूं के आटे की बिक्री के लिए 100 मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाई। यह आटा 27.50 रुपये प्रति किलोग्राम की एमआरपी पर उपलब्ध होगा। ‘भारत’ ब्रांड आटा की खुदरा बिक्री से बाजार में किफायती दरों पर आपूर्ति बढ़ेगी और इस महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ की कीमतों में निरंतर कमी लाने में सहायता मिलेगी।

कहां से खरीद सकते हैं भारत‘ आटा?

भारत आटा क्रमशः 10 किलोग्राम और 30 किलोग्राम के पैकेट में उपलब्ध होगा। वही यह केंद्रीय भंडार, नेफेड और एनसीसीएफ के सभी फिजिकल और मोबाइल आउटलेट पर उपलब्ध होगा और इसका विस्तार अन्य सहकारी/खुदरा दुकानों तक किया जाएगा।

क्या हैं ओपन मार्केट सेल स्कीम?

ओपन मार्केट सेल स्कीम [ओएमएसएस (डी)] के अंतर्गत 2.5 लाख मीट्रिक टन गेहूं 21.50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से अर्ध-सरकारी तथा सहकारी संगठनों यानी केंद्रीय भंडार, एनसीसीएफ और नैफेड को आटा में परिवर्तित करने और इसे जनता को बेचने के लिए आवंटित किया गया है।

श्री गोयल ने इस अवसर पर कहा कि केंद्र के हस्तक्षेप से आवश्यक वस्तुओं की कीमतें स्थिर हो गई हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों टमाटर और प्याज की कीमतें कम करने के लिए अनेक कदम उठाए गए थे। इसके अतिरिक्त उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए केंद्र द्वारा केंद्रीय भंडार, नेफेड और एनसीसीएफ के माध्यम से 60 रुपये प्रति किलो की दर पर भारत दाल भी उपलब्ध कराया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इन सभी प्रयासों से किसानों को भी काफी फायदा हुआ है। श्री गोयल ने कहा कि किसानों की उपज केंद्र द्वारा खरीदी जा रही है और उसके बाद उपभोक्ताओं को रियायती दर पर उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र के हस्तक्षेप से विभिन्न वस्तुओं की कीमतें स्थिर हो गई हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का विजन उपभोक्ताओं के साथ-साथ किसानों की भी मदद करने का है।

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