देपालपुर में प्राकृतिक खेती पर प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न
- प्राकृतिक खेती से स्वास्थ्य और लागत दोनों में फायदा – कलेक्टर मनीष सिंह
26 मई 2022, देपालपुर (शैलेष ठाकुर): प्राकृतिक खेती पर आज एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर जनपद पंचायत देपालपुर के सभाकक्ष में आयोजित किया गया, जिसमें इंदौर जिला कलेक्टर श्री मनीष सिंह भी शामिल हुए। उन्होंने किसानों से कहा कि प्राकृतिक खेती से स्वास्थ्य और लागत दोनों का फायदा है। प्राकृतिक खेती में जैविक खेती से भी कम खर्च आता है। आपने किसानों से इसे छोटे स्तर से आरम्भ करने को कहा।
श्री सिंह ने प्राकृतिक खेती की जानकारी देते हुए कहा कि यह नई पद्धति है, इसलिए इसे पहले छोटे स्तर पर शुरू करें। हमारे अधिकारी आपकी पूरी मदद करेंगे। प्राकृतिक खेती से स्वास्थ्य और लागत दोनों का फायदा है। जैविक खेती में भी पैसा खर्च होता है,जबकि प्राकृतिक खेती में उतना भी खर्च नहीं होगा बीजामृत, जीवामृत,बनाने के लिए देसी नस्ल की गाय का गोबर उपयोगी है, क्योंकि इसमें जर्सी और अन्य किस्मों की अपेक्षा जीवाणु ज्यादा पाए जाते हैं । आपने बीजामृत,जीवामृत आदि की भी जानकारी दी। देपालपुर के एस.ए डीओ.श्री मधुप कुमार तोमर और इंदौर /देपालपुर के ग्राकृवि अधिकारियों से प्राकृतिक खेती का पूर्ण ज्ञान प्राप्त कर सभी किसान भाइयों को गांव -गांव जाकर इसकी जानकारी जानकारी देने और जिन किसानों ने संकल्प पत्र भरे हैं, उनसे सम्पर्क करने को कहा गया।
शिविर में प्राकृतिक खेती विशेषज्ञ श्री मारुति माने ने जीवामृत , बीजामृत, घनामृत,की जानकारी के साथ प्रयोग करके भी दिखाया । प्राकृतिक कीटनाशक पर कृषि विज्ञान केंद्र कस्तूरबा ग्राम के डॉ श्री आर. एस . टेलर ने जानकारी दी। प्राकृतिक खेती पर श्री राजेंद्र सिंह व किसान श्री शर्मा ने भी अपने अनुभव साझा किए । किसान श्री कृपाराम सोलंकी, श्री हरिराम सोलंकी, श्री विष्णु ठाकुर ,आदि के सवालों के जवाब भी दिए गए ।आयोजन में एस.डी.एम .श्री रवि वर्मा,तहसीलदार श्री भास्कर गाचले , उप संचालक कृषि श्री एसएस राजपूत, आत्मा परियोजना संचालक श्रीमती शर्ली थॉमस, सी ई.ओ.श्री राजू मैंदा , श्री शोभाराम एस के आदि मौजूद थे। संचालन सहायक संचालक श्री गोपेश पाठक ने किया।
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