समर्थन मूल्य पर 01 दिसम्बर से धान खरीदी शुरू होगी
23 नवम्बर 2023, डिण्डौरी: समर्थन मूल्य पर 01 दिसम्बर से धान खरीदी शुरू होगी – खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में जारी उपार्जन नीति के अनुसार कलेक्टर डिण्डौरी द्वारा जिला उपार्जन समिति की बैठक ली गई जिसमें कृषको से धान खरीदी के संबंध में सम्पूर्ण व्यवस्था एवं कृषको से सुगमतापूर्वक धान खरीदी कराने के निर्देश दिये गये । वर्तमान में डिण्डौरी जिले में पंजीकृत कृषक संख्या 23539 है एवं जिले में पूर्व वर्ष के तुलना में 4166 हैक्टेयर अधिक रकबे में फसल कृषको के द्वारा बोई गई है, इस वर्ष कॉमन ग्रेड की धान का समर्थन मूल्य 2183/- रूपये प्रति क्व्टिलं है तथा जिले में दिनांक 01 दिसम्बर 2023 से 19 जनवरी 2024 तक धान खरीदी का कार्य किया जावेगा। उपार्जन नीति में अधिक से अधिक गोदाम स्तरीय खरीदी के निर्देश शासन द्वारा दिये गये है, ताकि परिवहन एवं भंडारण के व्यय को कम किया जा सकें।
जिले में 37 धान उपार्जन केन्द्र स्थापित करने के लिये अनुमति दी गई है, जिसमें उपार्जन नीति में दिये गये पूर्व 02 रबी तथा 02 खरीफ वर्ष में कुल खरीदी गई गेंहू तथा धान की मात्रा एवं गोदाम में जमा की गई गेंहू / धान की मात्रा में 0.50 प्रतिशत से अधिक का अंतर होने से 19 समितियां अपात्र हो गई है तथा पूर्व वर्ष की 22 समितियां ही पात्र है, अपात्र समितियों के स्थान पर अन्य समितियों अथवा स्वः सहायता समूहों , जिला थोक उपभोक्ता भंडार उपलब्ध कराने हेतु सहायक आयुक्त, सहकारी समितियां डिण्डौरी एवं जिला नोडल अधिकारी, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित मण्डला जिला शाखा डिण्डौरी तथा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की जिला प्रबंधक से पात्र एवं सक्षम समितियों के नाम मांगे गये है, ताकि उन्हे अपात्र समितियों को स्थान पर उपार्जन केन्द्र बनाया जावें । प्रत्येक सप्ताह धान खरीदी सोमवार से शुक्रवार तक नियत की गई है तथा सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक कृषको से धान खरीदी का कार्य होगा , शेष शनिवार तथा रविवार को समितियां अपने लेखा-जोखा आदि को मैटेंन करेगी । कलेक्टर महोदय द्वारा संबंधित एजेन्सी एवं विभागो को उपार्जन केन्द्र में समस्त सुविधाओं तथा प्रोटोकॉल में दिये गये निर्देष का पालन कराने हेतु निर्देश दिया गया है। जिले में इस वर्ष 1 लाख मैट्रिक टन धान का अनुमानित लक्ष्य रखा गया है तथा जिले में नये एवं पुराने 5222 बोरियों की गठान उपलब्ध है एवं बारदानें की किसी भी प्रकार की कमी नहीं है। कलेक्टर महोदय के द्वारा जिला उपार्जन समिति के सदस्यों को कड़े शब्दो में निर्देशित किया गया है कि उपार्जन केन्द्रों से परिवहनकर्ता द्वारा 72 घंटे के अंदर धान का उठाव किया जायेगा तथा उपार्जन केन्द्र प्रभारी द्वारा तौल कर अथवा धर्मकांटे से तौल कर धान परिवहनकर्ता को उपलब्ध कराई जावेंगी तथा परिवहनकर्ता द्वारा खाली ट्रक का वजन धर्मकांटे से तौलाकर कांटा-पर्ची उपार्जन प्रभारी को उपलब्ध कराई जावेंगी तथा उपार्जन प्रभारी द्वारा अपने पोर्टल में खाली ट्रक के वजन की पर्ची में दर्ज वजन को पोर्टल में पंच करेगा इसके पश्चात् धान परिवहनकर्ता को प्रदाय करेगा। नापतौल विभाग के द्वारा उपार्जन कार्य प्रारंभ होने से पहले उपार्जन केन्द्र इलेक्ट्रानिक तौल कांटे, प्राईवेट धर्मकांटे तथा अनुबंधित एवं शासकीय गोदाम के धर्मकांटे का कैलीब्रेशन किया जायेगा तथा प्रमाण पत्र उपार्जन समिति को और धर्मकांटे के सर्विस प्रोवाईडर तथा वेयर हाउस प्रबंधक को उपलब्ध कराया जावेंगा। किसी भी परिस्थिति में धान की खरीदी 17 प्रतिशत से ज्यादा नमी की धान कृषक से न खरीदी जावें।
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