अब एक कॉल पर मिलेगी पशुओं को इलाज की सुविधा
मुख्यमंत्री ने 406 पशु एम्बुलेंस को हरी झण्डी दिखा कर किया रवाना, एम्बुलेंस बुलाने के लिए टोल फ्री नम्बर ‘1962’ जारी
15 मई 2023, भोपाल । अब एक कॉल पर मिलेगी पशुओं को इलाज की सुविधा – मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर गौरक्षा संकल्प सम्मेलन का शुभारंभ किया। सम्मेलन में श्री चौहान ने कहा ‘1962 नंबर पर फोन करने पर पशु चिकित्सा एंबुलेंस बीमार पशु के पास पहुंच जायेगी। पशुपालक अपने घर पर ही पशु चिकित्सा का लाभ उठा सकेंगे। हर एक ब्लॉक के लिए अलग एंबुलेंस की व्यवस्था की गई हैं।’
श्री चौहान ने कहा कि बीमार व घायल पशुओं के इलाज के लिए 406 एंबुलेंस आवंटित की गई हैं। हर एम्बुलेंस में एक पशु चिकित्सक, पैरावेट और सहायक सह-चालक रहेंगे। यह एम्बुलेंस राज्य स्तरीय कॉल सेंटर से जुड़ी रहेंगी और एम्बुलेंस की मॉनिटरिंग जीपीएस से की जायेगी। राष्ट्रवादी चिंतक, विचारक श्री मुरलीधर राव, खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा, सांसद भोपाल सुश्री प्रज्ञा ठाकुर, मध्यप्रदेश गो-संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि सहित जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
एंबुलेंस पर प्रतिवर्ष 77 करोड़ होंगे खर्च
मोबाइल पशु चिकित्सा एम्बुलेंस केन्द्र एवं राज्य शासन की संयुक्त योजना है। एम्बुलेंस संचालन में प्रतिवर्ष लगभग 77 करोड़ रूपये व्यय होंगे। इसमें केंद्र व राज्य सरकार क्रमश: 60 और 40 प्रतिशत रूपये खर्च करेगी। एम्बुलेंस में पशु उपचार, शल्य चिकित्सा, कृत्रिम गर्भाधान, रोग परीक्षण आदि के लिए सभी संबंधित उपकरण मौजूद रहेंगे। कॉल सेंटर के टोल फ्री नंबर ‘1962’ पर कॉल करके पशुपालक अपने घर पर ही पशु चिकित्सा का लाभ उठा सकेंगे।
आदिवासियों को गौवंश खरीदने पर सब्सिडी देगी सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में गो-वंश की हत्या पर प्रतिबंध लगाया गया है। गो-हत्या करने वाले को 7 साल और अवैध परिवहन पर कारावास का प्रावधान है। गो-वंश के अवैध परिवहन के मामले में भी दोष सिध्द होने पर कार्रवाई की जायेगी। प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को गाय पालने के लिए 900 रूपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। इस महीने ऐसे 22,000 किसानों को योजना की किस्त 900 रूपये जारी की जाएगी। जनजातीय (आदिवासी) किसानों को गो-पालन के लिए गाय खरीदने पर 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी उपलब्ध कराई जाएगी।
जिलों में अपर कलेक्टर करेंगे गो-शालाओं का प्रबंधन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में हर ग्राम पंचायत में गोशाला के बजाय बड़ी गो-शालाएँ विकसित करने पर भी राज्य शासन विचार कर रहा है। गो-शालाओं के सुचारू प्रबंधन के उद्देश्य से 4-5 ग्राम पंचायतों के लिए एक बड़ी गोशाला विकसित की जाएगीगो-शालाओं की समस्याओं के त्वरित समाधान और उनके बेहतर प्रबंधन के लिए जिला स्तर पर अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री डॉ. जितेन्द्र जामदार, भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय, विधायक सर्वश्री रामेश्वर शर्मा, विष्णु खत्री, प्रमुख सचिव पशुपालन एवं डेयरी श्री गुलशन बामरा सहित जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। सम्मेलन में गो-संरक्षण और संवर्धन के लिए कार्य करने वाले शासकीय विभागों के प्रतिनिधि, स्वैच्छिक संगठन, पर्यावरण, जैविक तथा प्राकृतिक कृषि के क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्ति तथा संस्थान के प्रतिनिधि, गो-शाला संचालक, स्व-सहायता समूह और गो-संरक्षण में संलग्न सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए।