State News (राज्य कृषि समाचार)

महावीरा के पानी में घुलनशील उर्वरक बढ़ाए फसल की गुणवत्ता        

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14 जून 2023, इंदौर: महावीरा के पानी में घुलनशील उर्वरक बढ़ाए फसल की गुणवत्ता – देश की विख्यात कम्पनी आर.एम.फॉस्फेट्स प्रा.लि. के उत्पाद महावीरा ब्रांड के नाम से जाने जाते हैं । महावीरा ज़िरोन खाद तो किसानों में लोकप्रिय है ही, महावीरा के पानी में घुलनशील उर्वरक पोटेशियम सल्फेट,मोनो पोटेशियम फॉस्फेट, एनपीके ,मोनो अमोनियम फॉस्फेट , कैल्शियम नाइट्रेट विथ बोरोन और पोटेशियम नाइट्रेट भी फसल की गुणवत्ता बढ़ाकर बेहतर उत्पादन देते हैं।  

 कम्पनी के बिजनेस हेड (उर्वरक ) श्री एस.पी. चौहान ने बताया कि कम्पनी के पास महावीरा ब्रांड से पानी में घुलनशील कई उर्वरक हैं जैसे पोटेशियम सल्फेट,मोनो पोटेशियम फॉस्फेट, एनपीके ,मोनो अमोनियम फॉस्फेट , कैल्शियम नाइट्रेट विथ बोरोन और पोटेशियम नाइट्रेट। यह फसल की गुणवत्ता के साथ- साथ उत्पादन बढ़ाने में भी सहायक होते हैं। दरअसल पानी में घुलनशील ये उर्वरक ताज़गी की ऐसी फुहार है, जो खेतों में बहार लाते हैं । इनकी विशेषताएँ इस प्रकार हैं –

1 – महावीरा पोटेशियम सल्फेट : इसमें पोटेशियम 50 %और सल्फर 17.5 % रहता है। यह ड्रिप सिंचाई और फोलियर स्प्रे  दोनों में उपयोगी है ,क्योंकि इसमें मुक्त बहने वाली सामग्री होती है। यह उत्पाद पौधों की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के साथ ही फसल की गुणवत्ता ,उत्पादन, पौष्टिक मूल्य और भंडारण में वृद्धि करता है।  फसलों के आधार पर फोलियर स्प्रे में 5  से 7 ग्राम /लीटर पानी और फर्टिगेशन में 4 से 5 किग्रा /एकड़ की मात्रा  पर्याप्त है।  

2 –  महावीरा मोनो पोटेशियम फॉस्फेट :  इसमें फॉस्फोरस 52 %  P₂O₅ और  पोटेशियम 34 % K₂O  रहता है। यह फॉस्फोरस और पोटेशियम दोनों का अत्यधिक केंद्रित स्रोत है , जो सफ़ेद और पूरी तरह से पानी में घुलनशील है। यह उत्पाद भी फोलियर स्प्रे और ड्रिप सिंचाई दोनों  के लिए उपयुक्त है। इसकी खास विशेषता यह है कि यह व्यावहारिक रूप से अशुद्धियों और अवशेषों से मुक्त है। यह पौधों में पोषक तत्वों की बनावट को संतुलित करता है।  स्टार्च और शर्करा के संचय को भी बढ़ाता है। इससे पवधों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और फसल की गुणवत्ता में सुधार आता है , जिससे फसल का अच्छा मूल्य मिलता है। फसलों के आधार पर फोलियर स्प्रे के लिए इसकी 4 से 5  ग्राम /लीटर और फर्टिगेशन  के लिए 2  से 3 किलो /एकड़ मात्रा पर्याप्त है।

3  महावीरा एनपीके ( 19 :19 :19  ) : इसमें नाइट्रोजन 19 %, फॉस्फोरस 19 % और पोटेशियम 19 % रहता है। एनपीके का संतुलित अनुपात होने से फसल को संतुलित पोषण मिलता है। इससे फसल की ताकत बढ़ती है और फूलों और फलों की संख्या में वृद्धि होती है जिससे बेहतर उत्पादन मिलता है। फसलों के आधार पर फोलियर स्प्रे के लिए इसकी 4 से 5  ग्राम /लीटर और  फर्टिगेशन  के लिए 2 से  3 किलो /एकड़ मात्रा पर्याप्त है।

4 – महावीरा मोनो अमोनियम फॉस्फेट : इसमें नाइट्रोजन 12 % और फॉस्फोरस 61 % रहता है। यह पौधों में नाइट्रोजन और फॉस्फोरस की कमी को दूर करता है। इससे नई जड़ों और वानस्पतिक विकास में तेज़ी आती है। जड़ प्रणाली की स्थापना के लिए फॉस्फोरस की उपलब्धता सुनिश्चित करता है। पौधे के प्रजनन अंगों और निषेचन के उचित विकास को बढ़ाता है। इससे  फलों के आकार ,आयु और गुणवत्ता में वृद्धि होती है।फसलों के आधार पर  फोलियर स्प्रे के लिए इसकी 4 से 5  ग्राम /लीटर और  फर्टिगेशन  के लिए 2 से  3 किलो /एकड़ मात्रा पर्याप्त है।

5  – महावीरा कैल्शियम नाइट्रेट विथ बोरोन : इसमें नाइट्रोजन 15.4 %,कैल्शियम 25.9 % और बोरोन 0.3% रहता है। यह पानी में अत्यधिक घुलनशील है। बोरोन के साथ कैल्शियम नाइट्रेट मिट्टी को स्वस्थ और पोषित रखता है।  मिट्टी की पी एच मात्रा को संतुलित कर पौधे का उत्कृष्ट विकास  करता  है। यह पैदावार को गुणात्मक और मात्रात्मक दोनों रूप से बढ़ाता है। यह फलों के छिलकों की गुणवत्ता में सुधार लाता है। यह उत्पाद मिट्टी और पर्ण प्रयोग के लिए उपुक्त है। यह अनुकूल सूक्ष्म जीवों के लिए योग्य वातावरण भी बनाता  है। फसलों के आधार पर  फोलियर स्प्रे के लिए इसकी 4 से 5  ग्राम /लीटर और  फर्टिगेशन  के लिए 2 से  3 किलो /एकड़ मात्रा पर्याप्त है।

6 – महावीरा पोटेशियम नाइट्रेट : इसमें पोटेशियम की उच्च सांद्रता 45 % और नाइट्रोजन की संतुलित सांद्रता 13 % रहती है। मुक्त बहने वाला , शतप्रतिशत पानी में घुलनशील यह उत्पाद ड्रिप इरिगेशन और फोलियर स्प्रे दोनों के लिए उपयुक्त है। यह पौधे के आरम्भिक विकास के अलावा फूल खिलने में और उपयुक्त समय पर उपज के पकने में मदद करता है। पोटेशियम नाइट्रेट फसल के पोषण मूल्य ,आयु और पैदावार  में वृद्धि करता है। यह फसलों के अलावा सब्जियों,फल -फूल और अखरोट के पेड़ों की गुणवत्ता में भी सुधार लाता है। यह तिलहनी फसलों में उपज की चमक और तेल की मात्रा को भी बढ़ाता है। फसलों के आधार पर  फोलियर स्प्रे के लिए इसकी 5 से 6  ग्राम /लीटर और  फर्टिगेशन  के लिए 2 से  3 किलो /एकड़ मात्रा पर्याप्त है।

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