State News (राज्य कृषि समाचार)

जबलपुर कृषि विश्व विद्यालय के छात्र वियतनाम यूनिवर्सिटी के लिए रवाना

Share

02 दिसम्बर 2023, जबलपुर: जबलपुर कृषि विश्व विद्यालय के छात्र वियतनाम यूनिवर्सिटी के लिए रवाना – जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर में संचालित  राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना (नाहेप) के द्वारा विदेश में वैज्ञानिकों एवं शोधार्थियों को स्मार्ट एग्रीकल्चर एवं कृषि की उन्नत तकनीकों को सीखने का अवसर दिया  जा रहा है, इस दिशा में लगातार प्रयास भी किये जा रहे हैं। इसी श्रृंखला में  जनेकृविवि के 14 शोध छात्र-छात्राओं का दल वियतनाम की केनथो यूनिवर्सिटी के लिये रवाना हुआ। शोध छात्र-छात्राओं के 14 सदस्यीय दल को विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा ने बधाई देते हुए कहा कि छात्र-छात्राओं के लिये बहुत बड़ी सौगात है कि उन्हे स्मार्ट एग्रीकल्चर एवं कृषि की नवीनतम तकनीकों को सीखने का अवसर प्राप्त हो रहा है। ये सभी पी.एच.डी. के छात्र-छात्राएं वियतनाम की केनथो यूनिवर्सिटी में पहुंचकर रिमोट सेंसिंग, जीआईएस एवं स्मार्ट एग्रीकल्चर की नवीनतम तकनीकों व शोध की विधियों का अध्ययन करेंगे । इस अवसर पर संचालक अनुसंधान सेवाये डॉ. जी.के. कौतू, संचालक शिक्षण डॉ. अभिषेक शुक्ला, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय, जबलपुर डॉ. पी.बी.शर्मा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. अमित शर्मा, नाहेप परियोजना प्रमुख डॉ. आर.के. नेमा, डॉ. एम.के. अवस्थी, डॉ. वाय.के. तिवारी, परियोजना के अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के सह अन्वेषक प्रो. आर.एन.श्रीवास्तव ने शोधार्थी छात्र-छात्राओं को यात्रा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। 

शोध छात्र-छात्राओं के इस 14 सदस्यीय दल में 8 छात्राएं एवं 6 छात्र शामिल हैं, इनमें कृषि महाविद्यालय जबलपुर के हार्टीकल्चर के विशेष पटेल, दीपक सिंह, ज्योति सेंगर, इसके साथ ही प्लांट फिजियोलॉजी से मदाना कीर्तना, आर.जी. वैष्णवी, सत्येन्द्र ठाकुर, प्रियम्बदा वैद्या, प्लांट पैथॉलौजी से शुभम मिश्रा, प्लांट बायोटेक्नॉलॉजी से गौरव सिंह राठौर, सॉइल साइंस से यागिनी ठाकुर, सज्ञा सिंह, एंटोमालॉजी से पुस्पलता डावर, सॉइल एण्ड वॉटर इंजीनियरिंग से अनूप पटेल, फॉरेस्ट्री से दीक्षा गुप्ता शामिल हैं ।

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्राम)

Share
Advertisements