कृषक -वैज्ञानिक अंतरा फलक बैठक संपन्न
28 सितम्बर 2021, इंदौर । कृषक -वैज्ञानिक अंतरा फलक बैठक संपन्न – खरपतवार अनुसन्धान निदेशालय ,जबलपुर में गत दिनों ‘जलवायु अनुकूल तकनीक’ विषय पर कृषक -वैज्ञानिक अंतरा फलक बैठक आयोजित की गई। जिसमें किसानों को जलवायु परिवर्तन से आ रही चुनौतियों से निपटने के प्रबंधन की जानकारी दी गई। इस बैठक में 184 किसानों सहित कृषि वैज्ञानिकों एवं तकनीकी अधिकारियों ने भाग लिया।
इस बैठक में किसानों को जलवायु परिवर्तन के कारण सामने आ रही चुनौतियों जैसे असमय एवं कम वर्षा,तापमान में वृद्धि और पर्यावरण में हानिकारक गैसों की बढ़ती मात्रा के कारण कृषि उत्पादन में कमी से निपटने के लिए विकसित उन्नत तकनीकों जैसी कम अवधि वाली जलवायु अनुकूल फसलों की किस्मों , संरक्षित खेती ,फसल चक्र में पोषक अनाजों सांवा,रागी कोदो,ज्वार, बाजरा का समावेश और खरपतवार प्रबंधन के बारे में विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी गई। निदेशक डॉ जे एस मिश्र ने सलाह दी कि जलवायु परिवर्तन के कारण खेती में आ रही चुनौतियों के लिए उन्नत तकनीकों को अपना कर अपनी आय बढ़ा सकते हैं। डॉ पीके सिंह प्रधान वैज्ञानिक ने कृषि के बदलते परिवेश में फसल आधारित आय प्रणाली से बाहर निकलकर मूल्यवर्धन और खेती के अन्य विकल्पों को चुनना चाहिए।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिए विशेष लक्षणों वाली 35 फसल किस्मों को राष्ट्र को समर्पित किया और कृषि विवि ग्रीन कैम्पस अवार्ड भी वितरित किए। प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि किसानों को उन्नत कृषि संबंधी तकनीक का ज्ञान है , तो उनका विकास तेज़ी से होता है। विज्ञान,सरकार और समाज एक साथ काम करते हैं तो परिणाम बेहतर होते हैं। डॉ आरपी दुबे प्रधान वैज्ञानिक ने किसानों को पोषण अनाजों के बारे में विस्तृत जानकारी दी और शाकनाशी रस्यनों के छिड़काव हेतु स्प्रेइंग किट प्रदान किए।मंच का संचालन डॉ बीके चौधरी ने किया।