राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

ग्रामीण समाचार@ 5.00 PM: बांस की खेती हो सकती है लाभदायक I मौसमी बीमारी से फसल को कैसे बचाये I किसानों को मिलेगी ड्रोन ट्रेनिंग

नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक ग्राम की 10 बड़ी खबरें…

1.अलीराजपुर में मौसमी बीमारियों से फसल को बचाने के उपाय बताए

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कृषि विज्ञान केन्द्र अलीराजपुर के कृषि  वैज्ञानिक ने बताया  कि  वर्तमान समय में जिले में मौसम की स्थिति के अनुसार फसलों जैसे सोयाबीन, उड़द, मक्का कपास आदि में बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है। साथ ही उड़द एवं सोयाबीन में पीला मोजेक बीमारी के नियंत्रण हेतु विशेष सावधानी की आवश्यकता है। पूरी खबर पढ़े….

2.बांस की खेती से 40 साल तक हो सकती है आमदनी

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दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) ने संयुक्त राज्य अमेरिका अंतर्राष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएसएआईडी) और उद्योग फाउंडेशन के सहयोग से कल ‘राष्ट्रीय बांस संगोष्ठी’ का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य बांस की खेती के माध्यम से स्थायी ग्रामीण आजीविका, महिला सशक्तिकरण और जलवायु स्थिरता को बढ़ावा देना है। पूरी खबर पढ़े….

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3.पंजाब में 21वीं पशुधन जनगणना सितंबर से: पहली बार गिने जाएंगे पालतू कुत्ते और बिल्लियां

पंजाब पशुपालन विभाग सितंबर से 21वीं पशुगणना शुरू करने जा रहा है। यह जानकारी पशुपालन, डेयरी विकास और मत्स्य पालन मंत्री स. गुरमीत सिंह खुड्डियां ने दी। पूरी खबर पढ़े….

4.संगरूर और मलेरकोटला में कपास की खेती में 800 हेक्टेयर की कमी; सफेद मक्खी का भारी प्रकोप पाया गया

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू), लुधियाना के विस्तार शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत फार्म सलाहकार सेवा केंद्र (एफएएससी), संगरूर ने खोक्कर खुर्द, संगतपुरा, गिधरियानी और हरयाऊ गांवों में कपास की फसल पर गुलाबी सुंडी और सफेद मक्खी के हमलों की घटनाओं पर एक सर्वेक्षण किया। पूरी खबर पढ़े….

5.राजस्थान में किसानों को मिलेगी ड्रोन ट्रेनिंग: कृषि विभाग का अनुदानित कार्यक्रम

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राजस्थान में हाइटेक कृषि को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। संयुक्त निदेशक कृषि रामनिवास पालीवाल ने बताया कि 10वीं पास लोगों को कृषि विभाग की ओर से ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। इस प्रशिक्षण में किसानों को कीटनाशक और उर्वरकों के छिड़काव की तकनीक सिखाई जाएगी, जिससे वे अपनी फसलों की देखभाल और बेहतर तरीके से कर सकेंगे। पूरी खबर पढ़े….

6.कामलिया कीट पर नियंत्रण हेतु सलाह

खरीफ मौसम की फसलें यथा मक्का, सोयाबीन, मूंग, उड़द इत्यादि फसलों पर कामलिया कीट का प्रकोप होने पर इसके नियंत्रण हेतु उप संचालक कृषि जिला झाबुआ श्री एन.एस. रावत द्वारा किसान हित में समसायिक सलाह दी गई है। उल्लेखनीय है कि झाबुआ जिले में खरीफ मौसम 2024 अंतर्गत 189260 हेक्टेयर रकबा लक्षित होकर 171224 हेक्टेयर रकबे मे बुआई कार्य पूर्ण संपन्न होकर फसलें लगभग 12 से 13 दिन की हो चुकी है। वर्षा की स्थिति भी सामान्य होकर अद्यतन 166.97 मि.मी. रेकार्ड की जा चुकी है। पूरी खबर पढ़े….

7.सूखे बोरवेलों को रिचार्ज करने का अभियान चलाएं

कृषि क्षेत्र में उन्नत तकनीक के विकास के कारण जहां पानी की उपलब्धता है, किसान खरीफ और रबी की फसल के बाद गर्मी के दिनों में भी फसल ले रहे हैं। इस कारण सिंचाई के लिए पानी की खपत भी कई गुणा बढ़ गई है। चार-पांच दशकों से कुओं के साथ बोरवेल से सिंचाई करना शुरू किया और धीरे-धीरे भूजल स्तर कम होने से अधिकांश किसान सिंंचाई के लिए बोरवेलों पर ही निर्भर हो गए हैं। पूरी खबर पढ़े….

8.धान की रोपाई पैडी ट्रांसप्लांटर से बेहतर

कलेक्टर छिंदवाड़ा श्री शीलेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार नवाचार करते हुए तामिया विकासखंड के कृषि प्रक्षेत्र देलाखारी एवं डिबूढाना में कृषि अभियांत्रिकी द्वारा पैडी ट्रांसप्लांटर (धान रोपाई मशीन) का प्रदर्शन कराया गया। पूरी खबर पढ़े….

9.जीएसपी क्रॉप साइंस ने नया उत्पाद एलिमेंट लांच किया

देश की प्रसिद्ध कंपनी जीएसपी क्रॉप साइंस प्रा. लि. ने अपना  नया आविष्कारी पेटेंटेड फफूंदनाशक उत्पाद  ‘एलिमेंट’ को पूरे देश में एक साथ लॉन्च किया गया। अलग अंदाज़ के तहत कोर टीम मेंबर अहमदाबाद से ऑनलाइन माध्यम से सीधे अपने सभी चैनल पार्टनर्स और किसानों से जुड़े और बाकी पूरी टीम ने अलग -अलग निर्धारित स्थान  पर रहकर इस प्रसारण को सभी लोगों तक  पहुंचाकर इस उत्पाद के बारे में बताया।  पूरी खबर पढ़े….

10.छोटे और सीमांत किसानों को प्राथमिकता देने वाले नीतिगत सुधार हों- श्री किदवई

राष्ट्रीय वर्षा सिंचित क्षेत्र प्राधिकरण (एनआरएए), कृषि एवं किसान कल्याण विभाग (डीएएंडएफडब्लू), भारत सरकार ने गत दिनों  नई दिल्ली में ‘जलवायु अनुकूल वर्षा सिंचित कृषि (सीआरआरए)’ पर एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। डीएएंडएफडब्लू के अतिरिक्त सचिव और एनआरएए के सीईओ श्री फैज अहमद किदवई ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर आईसीएआर के डीडीजी (एनआरएम) डॉ. एस. के. चौधरी, संयुक्त सचिव (वर्षा सिंचित कृषि प्रणाली), डीएएंडएफडब्लू श्री फ्रैंकलिन एल. खाबुंग और एनआरएए के तकनीकी विशेषज्ञ (जल प्रबंधन) श्री बी. रथ भी उपस्थित थे। पूरी खबर पढ़े….

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