राज्य कृषि समाचार (State News)

राजस्थान में किसानों को मिलेगी ड्रोन ट्रेनिंग: कृषि विभाग का अनुदानित कार्यक्रम

22 जुलाई 2024, सीकर: राजस्थान में किसानों को मिलेगी ड्रोन ट्रेनिंग: कृषि विभाग का अनुदानित कार्यक्रम – राजस्थान में हाइटेक कृषि को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। संयुक्त निदेशक कृषि रामनिवास पालीवाल ने बताया कि 10वीं पास लोगों को कृषि विभाग की ओर से ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। इस प्रशिक्षण में किसानों को कीटनाशक और उर्वरकों के छिड़काव की तकनीक सिखाई जाएगी, जिससे वे अपनी फसलों की देखभाल और बेहतर तरीके से कर सकेंगे।

ट्रेनिंग के लिए आयु सीमा 18 से 65 वर्ष रखी गई है। प्रथम चरण में जिले में 10 लोगों को और पूरे प्रदेश में 500 लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह ट्रेनिंग श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर में होगी।

प्रशिक्षण शुल्क और अनुदान

6 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण के लिए विश्वविद्यालय ने 50,000 रुपए का शुल्क निर्धारित किया है, लेकिन चयनित लोगों को केवल 9,300 रुपए ही देने होंगे। इसमें 5,000 रुपए प्रशिक्षण और 4,300 रुपए आवास व खाने का शुल्क है। शेष राशि का 50 प्रतिशत कृषि विभाग और 50 प्रतिशत श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय द्वारा वहन किया जाएगा।

आवेदन प्रक्रिया

आवेदक को राज किसान साथी पोर्टल या राज किसान सुविधा एप से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन के साथ 10वीं की अंकतालिका और यदि कृषक उत्पादक संगठन या कस्टम हायरिंग केंद्र द्वारा नामित हैं, तो प्रमाण पत्र की प्रति अपलोड करनी होगी। आवेदन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर स्वीकृत किए जाएंगे। प्रत्येक जिले से अधिकतम 10 प्रशिक्षणार्थियों को अनुदान मिलेगा।

ड्रोन तकनीक से सूक्ष्म पोषक तत्वों और तरल उर्वरक पदार्थों का उपयोग आसानी से किया जा सकता है। ड्रोन संचालन के लिए प्रशिक्षित युवाओं की आवश्यकता होती है, और यह कार्यक्रम बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित करेगा।

किसी जिले से पर्याप्त संख्या में आवेदन नहीं आने पर अन्य जिलों से आवेदनों की संख्या के आधार पर जिलेवार प्रशिक्षणार्थियों की संख्या का पुनर्निर्धारण किया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद किसान नई तकनीकों का प्रयोग कर खेती को और बेहतर बना सकेंगे।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements