National News (राष्ट्रीय कृषि समाचार)

अब किसान योनो एप पर खरीद सकेंगे बीज

Share

भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान के ‘बीज पोर्टल’ का एसबीआई के ‘योनो कृषि एप’ के साथ एकीकरण

27 अगस्त 2020, नई दिल्ली। अब किसान योनो एप पर खरीद सकेंगे बीज भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (आईआईएचआर), बेंगलुरू के ‘बीज पोर्टल’ का भारतीय स्टेट बैंक के ‘योनो कृषि एप’ के साथ एकीकरण व उपभोक्ताओं को लोकार्पण बुधवार को केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह । भारतीय स्टेट बैंक के अध्यक्ष श्री रजनीश कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे। दोनों एप के एकीकरण से देश के करोड़ों किसान, बीज खरीदी सहित सरकारी योजनाओं तथा बैंक की सुविधाओं के विविध लाभ डिजीटली ले सकेंगे।

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि जहां-जहां भी टेक्नालाजी का उपयोग किया गया, वहां बड़ा फायदा ग्रामीण क्षेत्र को पहुंच रहा है, जिसमें बैंकों का बहुत बड़ा योगदान है और एसबीआई की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। पीएम किसान स्कीम हो या कोरोना संकट के दौर में किसानों व अन्य वर्गों को सरकार की ओर से भुगतान, जनधन खातों में करोड़ो बहनों को राशि देने जैसे हर कायर्क्रम के क्रियान्वयन में बैंक व टेक्नालाजी की महती भूमिका है, इसीलिए अब यह संभव हो रहा है कि लोगों को सरकारी योजनाओं के सौ के सौ रूपए खाते में प्राप्त हो रहे हैं, कहीं-किसी भी प्रकार के बिचौलिये या दलाल की भूमिका अब नहीं बची है।

अगली खबर यहाँ पढ़ें : मशरूम की 2000 प्रजातियां

डिजिटलाइेशन की पारदर्शिता में तो भूमिका है ही, यह गुणवत्ता में भी मददगार है। बीज पोर्टल व योनो कृषि एप के एककीकरण का फायदा भी देशभर के किसानों को बड़ी मात्रा में मिलने वाला है। संस्थान द्वारा प्रमाणित बीज हर किसान तक पहुंचे, जिससे वे उत्पादकता बढ़ा सकें उत्पादन के साथ आमदनी बढ़ा सकें, यह उद्देश्य हैं।

भारतीय स्टेट बैंक के अध्यक्ष श्री रजनीश कुमार ने दोनों एप के एकीकरण की इस पहल के लिए कृषि मंत्री श्री तोमर को धन्यवाद देते हुए कहा कि योनो कृषि एप हिंदी व अंग्रेजी के अलावा दस क्षेत्रीय भाषाओं में भी उपलब्ध है, जिसमें कृषि मंडी व कृषि मित्रा सहित कई सुविधाएं उपलब्ध हैं। बैंक के लाखों किसान ग्राहक हैं, इनके अलावा भी देश के किसान घर बैठे इन सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं। श्री रजनीश कुमार ने बताया कि स्मार्ट फोन नहीं होने पर बैंक शाखा में जाकर भी सुविधाओं का लाभ लिया जा सकता है। एप के उपयोग करने का कोई सुविधा शुल्क भी नहीं है। शहरी क्षेत्र के लोग भी बड़ी संख्या में बागवानी करते हैं, उन्हें भी इस एप से लाभ मिलेगा। आईसीएआर के महानिदेशक डा. त्रिलोचन महापात्रा व उप महानिदेशक डा. आनंद कुमार सिंह तथा आईआईएचआर के निदेशक डा. एम.आर. दिनेश ने भी संबोधित किया। श्री विक्रमादित्य पांडे ने संचालन किया।

Share
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *