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राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: प्राकृतिक खेती I वायु प्रदूषण I फसल बीमा I डीएपी उर्वरक I गेहूं खेती I नई चेतना अभियान 3.0

26 नवंबर 2024, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें…

1. राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन: किसानों के लिए नई पहल, खेती को बनाएगा किफायती और टिकाऊ

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प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने और किसानों की खेती की लागत को कम करने के उद्देश्य से, केंद्र सरकार ने “राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन” (एनएमएनएफ) की शुरुआत की है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस योजना को मंजूरी दी है। यह योजना 15वें वित्त आयोग (2025-26) तक लागू रहेगी, जिसमें कुल 2,481 करोड़ रुपये का परिव्यय होगा। पूरी खबर पढ़े….

2. बंपर पैदावार करने के लिए दो बीजों को किया विकसित

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देश के किसान कई बार मेहनत करने के बाद भी बंपर पैदावार नहीं कर पाते है और इसके पीछे जो मुख्य कारण रहता है वह उन्नत किस्म के बीज नहीं मिलना होता है लेकिन अब इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेज रिसर्च ने दो ऐसे किस्मों के बीजों को विकसित किया है जिनका उपयोग किसान कर बंपर उत्पादन कर सकते है। पूरी खबर पढ़े….

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3. पराली जलाने से वायु प्रदूषण: सरकार के प्रयास और आंकड़ों की सच्चाई

उत्तरी भारत में हर साल सर्दियों की शुरुआत वायु प्रदूषण की चिंताओं के साथ होती है। दिल्ली-एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता का गिरता स्तर जनता के स्वास्थ्य और जीवन पर गहरा असर डाल रहा है। प्रदूषण के प्रमुख कारणों में धान की पराली जलाने की घटनाएं हैं, जो पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में अक्टूबर-नवंबर के दौरान चरम पर होती हैं। पूरी खबर पढ़े….

4. नई चेतना अभियान 3.0: लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ राष्ट्रीय अभियान शुरू

केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को नई दिल्ली में लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ एक महीने तक चलने वाले राष्ट्रीय अभियान ‘नई चेतना-पहल बदलाव की’ के तीसरे संस्करण का शुभारंभ किया। यह अभियान ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) के माध्यम से 23 दिसंबर 2024 तक देशभर में चलाया जाएगा। पूरी खबर पढ़े….

5. नासिक के कृषि प्रदर्शनी में स्वराज ट्रैक्टर्स ने पेश कि आधुनिक ट्रैक्टर्स की नई श्रृंखला

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महिंद्रा समूह के अंतर्गत आने वाले देश के अग्रणी घरेलू ट्रैक्टर ब्रांडों में से एक, स्वराज ट्रैक्टर्स, इस बार कृषिथॉन प्रदर्शनी में अपने प्रमुख ट्रैक्टर और उपकरणों की पूरी श्रृंखला प्रदर्शित कर रहा है। यह प्रदर्शनी नासिक के ठक्कर डोम, एबीबी सर्कल, त्र्यंबक रोड पर 21 से 25 नवंबर तक आयोजित हो रही है। किसान और आगंतुक स्वराज ट्रैक्टर्स को स्टॉल नंबर OS1 पर देख सकते हैं। पूरी खबर पढ़े….

6. खेत में तालाब बनाने के लिए किसानों को दिया जा रहा है अनुदान

मध्य प्रदेश के उन किसानों को सरकार अनुदान दे रही है जो अपने खेत में सिंचाई के लिए तालाब का निर्माण करना चाहते है। सरकार बलराम तालाब योजना चला रही है और इसके तहत ही अनुदान दिया जा रहा है। किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए राज्य स्तर पर सिंचाई योजनाएं चल रही है। उनका उद्देश्य  जल संरक्षण के साथ ही खेती में सिंचाई का रकबा बढ़ाना है। पूरी खबर पढ़े….

7. 2017 से फसल बीमा का लाभ पाने भटक रहे  628 किसान

आईपीसी बैंक के अधिकारियों की लापरवाही के चलते 2017 से 628 किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा का क्लेम प्राप्त करने के लिए भटकने को मजबूर हैं। बैंक की गलती के कारण भुगतान नहीं होने पर इंदौर के तत्कालीन कलेक्टर से शिकायत करने पर उन्होंने आईपीसी बैंक, कृषि विभाग मप्र और सीईओ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, भारत सरकार को पत्र लिखकर बीमा दावे का तत्काल भुगतान करने को कहा गया था , इसके बावजूद किसान पिछले 7 साल से  अपनी  बीमा क्लेम की राशि प्राप्त करने के लिए भटक रहे हैं । पूरी खबर पढ़े….

8. डीएपी की कमी की वर्तमान चुनौती का समाधान कैसे करें?

भारत के किसान इन दिनों डाई-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) की गंभीर कमी का सामना कर रहे हैं। डीएपी फसलों के लिए एक महत्वपूर्ण उर्वरक है, जो नाइट्रोजन (18%) और फॉस्फोरस (46%) प्रदान करता है, ये दोनों पौधों की वृद्धि और उत्पादन के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं। किसान बेहतर उत्पादन और फसलों के विकास के लिए डीएपी पर निर्भर रहते हैं। पूरी खबर पढ़े….

9. गेहूं की खेती में उर्वरक का सही उपयोग: जानें विशेषज्ञों की राय

धान की देर से कटाई और तापमान में उतार-चढ़ाव के बावजूद, इस वर्ष नवंबर के प्रथम सप्ताह तक पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 93% बुआई पूरी हो चुकी है। अब तापमान गेहूं की समय पर बुआई के लिए उपयुक्त हो गया है। देशभर में बुआई तेज़ी से हो रही है, और किसान समय, श्रम, तथा बीज बचाने के लिए मशीन से बुआई को प्राथमिकता दे रहे हैं। पूरी खबर पढ़े….

10. बालाघाट में सुपर सीडर से प्रारम्भ हुई गेहूं की बुवाई

जिले में रबी सीजन में गेहूं की बुवाई में किसान जुट गए  हैं । इस बार जिले में सुपर सीडर से गेहूं बुवाई को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग द्वारा एडवायजरी जारी की गई है। कृषि उपसंचालक श्री राजेश खोब्रागड़े ने बताया कि सुपर सीडर दरअसल दो उपयोगी मशीनों का एक रूप है। इसमें में सीडड्रिल व रोटावेटर दोनों समाहित है। पूरी खबर पढ़े….

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