कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: IARI सलाह I फसल बीमा I रबी फसल I मक्का की खेती I डीएपी कीमत
01 जनवरी 2025, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें…
1. आईसीएआर में वैज्ञानिकों की नियुक्तियों पर आरोप निराधार: संगठन ने दी सफाई
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने कृषि वैज्ञानिकों की नियुक्तियों में अनियमितताओं के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। ये आरोप 27 दिसंबर 2024 को कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में लगाए गए थे, जिसमें आईसीएआर की नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए और जांच की मांग की गई थी।पूरी खबर पढ़े….
2. IARI: बारिश और ठंड में फसल बचाने के उपाय, 1 जनवरी 2025 से 5 जनवरी 2025 के लिए
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), नई दिल्ली ने 31 दिसंबर 2024 को साप्ताहिक मौसम पर आधारित कृषि परामर्श जारी किया है। यह परामर्श किसानों को 5 जनवरी 2025 तक के लिए है। इसमें फसलों की देखभाल के उपाय और खेती के कार्यों को मौसम के अनुसार संचालित करने की सलाह दी गई है। पूरी खबर पढ़े….
3. नए शिखर पर पहुंचेगा खाद्यान्न उत्पादन 2025 में, कृषि क्षेत्र को 4% वृद्धि की उम्मीद
भारत 2025 में खाद्यान्न उत्पादन के नए शिखर को छूने के लिए तैयार है। अनुकूल मानसून के चलते खरीफ फसलों का रिकॉर्ड उत्पादन अनुमानित है, लेकिन दालों और तिलहन में आत्मनिर्भरता की चुनौती अब भी बनी हुई है। कृषि मंत्रालय के प्रारंभिक अनुमानों के अनुसार, 2024-25 में खरीफ फसलों का उत्पादन 164.7 मिलियन टन तक पहुंच सकता है। पूरी खबर पढ़े….
4. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बड़े बदलाव: नई तकनीक और विशेष प्रावधान किसानों के लिए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने आज प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) और संशोधित मौसम आधारित फसल बीमा योजना (RWBCIS) को 2025-26 तक जारी रखने की मंजूरी दी। इन योजनाओं के लिए 2021-22 से 2025-26 तक कुल ₹69,515.71 करोड़ का बजट तय किया गया है। इस फैसले का उद्देश्य किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले फसल नुकसान की भरपाई में मदद करना है। पूरी खबर पढ़े….
5. भारत में मक्का की खेती का भविष्य
हरित क्रांति के जनक, नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. नॉर्मन ई. बोरलॉग, ने कहानी कि “पिछले दो दशकों में चावल और गेहूं में क्रांति देखी गई, अगले कुछ दशकों को मक्का युग के रूप में जाना जाएगा”। भारत में मक्का की खेती, बढ़ती घरेलू मांग, निर्यात वृद्धि की संभावना और उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकारी पहलों के कारण भविष्य में एक आशाजनक व्यावसायिक अवसर प्रस्तुत करती है। पूरी खबर पढ़े….
6. केन-बेतवा नदी जोड़ने की परियोजना
नदियों को आपस में जोड़ने की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि रिटिश औपनिवेशिक शासन के दौरान मद्रास प्रेसीडेंसी के मुख्य अभियंता सर आर्थर कॉटन ने पहली बार 1919 में नदियों को जोड़ने का प्रस्ताव रखा था। स्वतंत्रता के बाद, लेकिन भारतीय नदियों को आपस में जोड़ने के विचार को कुछ दशक पहले एम. विश्वेश्वरैया, के.एल. राव और डी.जे. दस्तूर द्वारा स्वतंत्र रूप से पुनर्जीवित किया गया था। पूरी खबर पढ़े….
7. रबी फसल अपडेट: गेहूं में उछाल, तिलहन में गिरावट– जानें विस्तार से
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने 30 दिसंबर 2024 तक रबी फसलों के क्षेत्रीय कवरेज पर आंकड़े जारी किए हैं। इन आंकड़ों में इस महत्वपूर्ण कृषि सत्र के दौरान फसल विविधता और उनके प्रदर्शन की झलक मिलती है। इस वर्ष कुल बुवाई क्षेत्र 614.94 लाख हेक्टेयर रहा, जो पिछले वर्ष के 611.80 लाख हेक्टेयर से थोड़ा अधिक है। पूरी खबर पढ़े….
8. आईसीएआर ने कृषि वैज्ञानिकों की नियुक्तियों में गड़बड़ी के आरोपों को किया खारिज
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने 27 दिसंबर 2024 को कुछ मीडिया रिपोर्टों में कृषि वैज्ञानिकों की नियुक्तियों में अनियमितताओं और मामले की जांच की मांग से जुड़े आरोपों को सख्ती से खारिज किया है। पूरी खबर पढ़े….
9.प्रदेश में मावठे से रबी फसलों को लाभ
चालू रबी सीजन 2024-25 में अब तक 135 लाख 34 हजार हेक्टेयर में बोनी हो गई है। जो लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 96.6 फीसदी है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 135.04 लाख हेक्टेयर में बोनी हुई थी। राज्य की प्रमुख फसल गेहूं की बोनी अब तक 90.55 लाख हेक्टेयर में हो गई है। इस वर्ष रबी फसलों का लक्ष्य 140.08 लाख हेक्टेयर रखा गया है। पूरी खबर पढ़े….
10. डीएपी पर दी जाने वाली सब्सिडी की अवधि बढ़ाई गई, कीमतें रहेंगी किफायती
केंद्र सरकार ने किसानों को राहत देते हुए डाई-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) खाद पर विशेष पैकेज को बढ़ाने का फैसला लिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस फैसले के तहत डीएपी पर प्रति टन ₹3,500 की अतिरिक्त सब्सिडी दी जाएगी। यह पहले से लागू पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (एनबीएस) के अतिरिक्त होगी। पूरी खबर पढ़े….