आईसीएआर ने कृषि वैज्ञानिकों की नियुक्तियों में गड़बड़ी के आरोपों को किया खारिज
01 जनवरी 2025, नई दिल्ली: आईसीएआर ने कृषि वैज्ञानिकों की नियुक्तियों में गड़बड़ी के आरोपों को किया खारिज – भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने 27 दिसंबर 2024 को कुछ मीडिया रिपोर्टों में कृषि वैज्ञानिकों की नियुक्तियों में अनियमितताओं और मामले की जांच की मांग से जुड़े आरोपों को सख्ती से खारिज किया है।
आईसीएआर का स्पष्टीकरण
आईसीएआर, जो कृषि अनुसंधान, शिक्षा और विस्तार गतिविधियों के लिए समर्पित एक वैज्ञानिक संगठन है, ने इन आरोपों को तथ्यहीन और भ्रामक बताया। परिषद ने स्पष्ट किया कि हाल ही में हुई सभी भर्तियां निर्धारित योग्यताओं (Model Qualifications) के अनुसार ही की गई हैं, जिन्हें सक्षम प्राधिकरण द्वारा अनुमोदित किया गया था।
परिषद ने यह भी जानकारी दी कि भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई), नई दिल्ली के निदेशक पद के लिए आवश्यक योग्यताओं (Essential Qualifications) में 2019 के बाद से कोई बदलाव नहीं हुआ है। यह वही योग्यताएं हैं जिनके तहत पूर्व निदेशक, डॉ. ए. के. सिंह, जिन्हें जून 2024 में सेवानिवृत्त किया गया, की नियुक्ति की गई थी।
आईसीएआर ने दावा किया कि आईएआरआई निदेशक पद के लिए जारी वर्तमान विज्ञापन को अवैध बताने वाली खबरें पूरी तरह से विकृत और निराधार हैं। परिषद ने चिंता जताई कि यह अफवाहें कुछ असंतुष्ट व्यक्तियों द्वारा व्यक्तिगत हितों के लिए फैलाई जा रही हैं, जो एक गवर्निंग बॉडी के सदस्य को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।
डॉ. चेरुकुमल्ली श्रीनिवास राव की नियुक्ति पर सफाई
डॉ. चेरुकुमल्ली श्रीनिवास राव की आईएआरआई निदेशक के रूप में नियुक्ति पर आईसीएआर ने स्पष्ट किया कि चयन के समय वे राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी (एनएएआरएम), हैदराबाद के निदेशक के पद पर कार्यरत थे। उनकी नियुक्ति के लिए सभी प्रक्रियाएं निर्धारित नियमों के तहत पूरी की गईं, जिसमें ई-मेल और ई-ऑफिस सिस्टम के माध्यम से आवश्यक अनुमोदन शामिल थे।
आईसीएआर ने यह भी कहा कि डॉ. राव ने आईएआरआई निदेशक के रूप में कार्यभार तभी संभाला जब उन्हें अपने पिछले पद से औपचारिक रूप से मुक्त किया गया। परिषद ने इन प्रक्रियाओं में किसी भी अनियमितता के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इन्हें अपमानजनक और गलत जानकारी पर आधारित बताया।
कृषि अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में आईसीएआर की भूमिका महत्वपूर्ण है। परिषद ने कहा कि इस तरह के निराधार आरोप केवल संगठन की साख को ठेस पहुंचाने का प्रयास हैं।
आईसीएआर ने आश्वासन दिया कि वह अपने कार्यों में पूरी पारदर्शिता और नियमों का पालन करता है और किसी भी प्रकार की गलत जानकारी को लेकर सख्त रुख अपनाएगा।
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