बालाघाट में सुपर सीडर से प्रारम्भ हुई गेहूं की बुवाई
20 नवंबर 2024, बालाघाट: बालाघाट में सुपर सीडर से प्रारम्भ हुई गेहूं की बुवाई – जिले में रबी सीजन में गेहूं की बुवाई में किसान जुट गए हैं । इस बार जिले में सुपर सीडर से गेहूं बुवाई को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग द्वारा एडवायजरी जारी की गई है।
कृषि उपसंचालक श्री राजेश खोब्रागड़े ने बताया कि सुपर सीडर दरअसल दो उपयोगी मशीनों का एक रूप है। इसमें में सीडड्रिल व रोटावेटर दोनों समाहित है। गेहूं की बुवाई से पहले किसान धान के बचे भाग को मिट्टी में दबाने के लिए जुताई करते हैं , जिससे किसानों को अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ता है। साथ ही फिर गेहूं बुवाई में अलग से समय के साथ खर्च भी होता है। जबकि सुपर सीडर बगैर जुताई किये हुए खेत में भी जुताई कर सकता है। सुपर सीडर में आगे रोटावेटर होता है जो मिट्टी को पलट देता है, इसके बाद पीछे की ओर सीडड्रिल होने से खाद व बीज सीड ड्रिल के माध्यम से चला जाता है, क्योंकि सीड ड्रिल में दो बॉक्स लगे होते हैं। एक में खाद और दूसरे में बीज के लिए स्थान रखा जाता है। इस तरह खेत की जुताई और बुवाई दोनों साथ हो जाती है।
सुपर सीडर से बुवाई के लाभ – कृषि उपसंचालक श्री खोब्रागड़े ने बताया कि सुपर सीडर से बुवाई में मिट्टी में नमी बनी रहती है। जिससे सिंचाई की लागत कम हो जाती है। बुवाई करने से खरपतवार कम हो जाते है।इससे गेंहू चना, सोयाबीन, मक्का व दालें भी बोई जा सकती है। पराली जलाए बगैर बुवाई करने से प्रदूषण में कमी होती है। फसल उत्पादन में 5 प्रतिशत तक सम्भावित वृद्धि,जीवाणुओं की रक्षा और खाद डालने की जरूरत भी कम पड़ती है।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: