एप्पल फार्मर्स फेडरेशन सेब उत्पादकों के मुद्दों पर चलाएगा अभियान
लेखक – जग मोहन ठाकेन
23 जनवरी 2024, नई दिल्ली: एप्पल फार्मर्स फेडरेशन सेब उत्पादकों के मुद्दों पर चलाएगा अभियान – एप्पल फार्मर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफएफआई) ने गत दिवस चंडीगढ़ में अपने राष्ट्रीय सम्मेलन में अन्य किसान संघों के साथ आंदोलन में भाग लेने का फैसला किया है। साथ ही सेब किसानों से 26 जनवरी की ‘ट्रैक्टर परेड’ और 16 फरवरी के ‘ग्रामीण बंद’ आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया है।
एप्पल फार्मर्स फेडरेशन (एएफएफआई) का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन 18 जनवरी 2024 को जम्मू-कश्मीर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के सेब किसानों की भागीदारी के साथ चीमा भवन चंडीगढ़ में आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में सेब उत्पादकों को आ रही दिक्कतों के अलावा उनकी लंबित मांगों को लेकर इंटेंस कैंपेन शुरू करने के साथ-साथ 26 जनवरी को ‘ट्रैक्टर परेड’ और 16 फरवरी को केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाए गए ग्राम बंद का समर्थन करने का फैसला लिया गया।
एएफएफआई के राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन अखिल भारतीय किसान सभा के वित्त सचिव पी.कृष्णाप्रसाद ने किया। इस सम्मेलन में तीनों राज्यों से कुल 85 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
सम्मेलन ने जम्मू-कश्मीर में भूमि कानूनों में किए गए संशोधन के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया और हाल ही में राकेश सिंघा द्वारा प्रस्तुत मांगों के एक चार्ट को भी अपनाया। सम्मेलन में सेब के लिए लाभकारी मूल्य सार्वभौमिक पैकेजिंग, माल ढुलाई शुल्क, कोल्ड स्टोरेज, सेब पर 100% आयात शुल्क लगाने, जलवायु परिवर्तन और बीमारियों के खिलाफ बीमा, उत्पादक सहकारी समितियों के लिए राज्य समर्थन आदि की मांग की गई है। सम्मेलन ने 2024 के अंत तक कुल 56,000 उत्पादकों की सदस्यता नामांकित करने का निर्णय लिया है। एएफएफआई के पास वर्तमान में लगभग 10,000 उत्पादकों की सदस्यता शक्ति है।
समूह ने सम्मेलन में 11 सदस्यीय समन्वय समिति का चुनाव किया है। कुलगाम जम्मू-कश्मीर के पूर्व विधायक मोहम्मद यूसुफ तारिगामी और राकेश सिंघा को समन्वयक के रूप में चुना गया। प्रतिनिधि सत्र को एआईकेएस महासचिव कॉमरेड विजू कृष्णन ने भी संबोधित किया ।
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