किसान सत्यवान जी पूसा बासमती -1847 की किस्म से कमा रहें मुनाफाः पूसा संस्थान ने जारी की सलाह
27 सितम्बर 2023, नई दिल्ली: किसान सत्यवान जी पूसा बासमती -1847 की किस्म से कमा रहें मुनाफाः पूसा संस्थान ने जारी की सलाह – अनाजी फसलों में धान एक प्रमुख फसल हैं। यह लगभग संपूर्ण भारत में उगाई जाती हैं। धान किसानों के बीच धान की किस्म पूसा बासमति 1847 काफी लोकप्रिय हो रही हैं। कई किसानों ने पूसा संस्थान द्वारा विकसित धान की किस्म पूसा बासमती 1847 को अपने खेतों में लगाया हैं। इस किस्म में पत्ती का झुलसा और झोंका रोग नहीं लगता हैं।
इसी क्रम में पूसा संस्थान के निदेशक डॉ. अशोक कुमार सिंह जी ने ग्राम दरियापुर कला जाकर किसानों के खेतों में लगी फसल पूसा 1847 का निरीक्षण किया और उनका अनुभव जाना।
डॉ. अशोक कुमार सिंह जी ने दिल्ली के पास ग्राम दरियापुर कला जाकर किसान सत्यावान जी के खेत में निरीक्षण किया व सत्यावान जी के खेत में लगी धान की किस्म पूसा बासमती 1847 के बारे में उनसे उनका अनुभव जाना।
किसान सत्यावान सिंह ने डॉ. अशोक कुमार सिंह को धान की किस्म पूसा बासमती 1847 के कई सारे लाभ बतायें। सत्यवान जी ने बताया कि उन्होंने पहले भी पूसा बासमति 1847 की खेती की थी। उन्होंने पहले सिर्फ 2 एकड़ भूमि में ही पूसा बासमति 1847 की खेती की थी। इस बार सत्यवान जी ने इसकी खेती को बढ़ाकर 20 एकड़ में लगाया हैं। इस किस्म से 28 क्विटल प्रति एकड़ से अधिक की पैदावार प्राप्त होती हैं।
इसके अलावा यह किस्म बैक्टीरियल ब्लाइट और ब्लास्ट दोनों बीमारियों के लिए प्रतिरोधी है। यह एक अर्ध-बौनी, न गिरने वाली, न झड़ने वाली और उच्च उपज वाली किस्म है। यह किस्म सिंचित अवस्था के लिए उपयुक्त है।
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