फसल की खेती (Crop Cultivation)

कोरोमंडल का उर्वरक पारमफोस की विशेषतांए, फायदे और उपयोग की मात्रा 

12 अप्रैल 2023, भोपाल: कोरोमंडल का उर्वरक पारमफोस की विशेषतांए, फायदे और उपयोग की मात्रा  – कोरोमंडल कंपनी का उर्वरक पारमफोस 16% नाइट्रोजन, 20% फॉस्फोरस और 13% सल्फर के साथ, ड्रिल द्वारा बोए गए क्षेत्रों में सबसे उपयुक्त है और गन्ने, मूंगफली, मक्का आदि के लिए आदर्श है। पारमफोस उर्वरक का पैक साइज 50 किलो का होता हैं।

कोरोमंडल का उर्वरक पारमफोस की विशेषतांए-

·       पारमफोस16-20-0-13, अमोनियम फॉस्फेट सल्फेट युक्त नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और सल्फर है।

·       नाइट्रोजन पूरी तरह से अमोनिकल रूप में होता है।

·       पारमफोस में 85% से ज़्यादा फास्फोरस पानी में घुलनशील रूप में मौजूद है, जो उपलब्ध जटिल उर्वरकों की तुलना में सबसे ज़्यादा है।

·       इसमें 13% सल्फर भी होता है।

कोरोमंडल का उर्वरक पारमफोस  के फायदे-

·       नाइट्रोजन: अमोनिकल रूप, फसलों को लंबे समय तक नाइट्रोजन प्रदान करता है। वाष्पीकरण, निक्षालन आदि से होने वाली हानियों से बचाता है। क्लोरोफिल की मात्रा बढ़ाता है और फसल को हरापन देता है।

·       फास्फोरस: यह जड़ों की वृद्धि में सुधार करता है और फसल को मज़बूत बनाता है।

·       सल्फर: मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार करता है और फसलों में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ाता है। विशेष रूप से तिलहन और गन्ने में उपज की गुणवत्ता और मात्रा में वृद्धि करता है।

कोरोमंडल का उर्वरक पारमफोस  के उपयोग की मात्रा (किलो प्रति एकड़)

·       ग्रोमोर पारमफोस  ड्रिल द्वारा बोए गए क्षेत्रों के लिए सबसे उपयुक्त उर्वरक है।

·       धान, मक्का, मूंगफली और गन्ना के लिए आदर्श रूप से उपयुक्त: 100 किलो, दाल और रागी: 80 किलो

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