आम की फसल में फूल आने लगे हैं, इस बीच अच्छे उत्पादन के लिये क्या करें
– रामरतन चौकसे, खंडवा
समाधान -आम एक महत्वपूर्ण नगदी फसल है। जो देश में प्राय: हर जगह लगाया जाता है इसके पौधों का रखरखाव के प्रमुख बिन्दुओं पर ध्यान यदि दिया जाये तो अच्छा उत्पादन मिल सकता है।
- दो कतारों के बीच की जगह में जुताई करें ताकि घास-फूस हटा दिया जाये और भूमि में हवा-प्रकाश का संचार हो सके।
- फूल की अवस्था में पकी हुई गोबर खाद पौधों की सक्रिय जड़ों के चारों ओर दें।
- फूल आने के बाद सिंचाई पर प्रतिबंध लगाकर उचित वातावरण का निर्माण करें ताकि पर्याप्त मात्रा में फूल-फल लग सकें।
- पत्तों के किनारे यदि झुलस रहे हों तो उसे पोटेशियम की कमी माने।
- पत्तियों के पीलेपन को नत्रजन की कमी का लक्षण माना जाये।
- निदान के लिये 1 ग्राम पोटेशियम सल्फेट तथा 1 ग्राम यूरिया/लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।
- छाछिया रोग आने की संभावना भी इस समय रहती है पत्तियों/ फूलों पर सफेद फफूंद दिखती है निदान के लिये 2 ग्राम सल्फेक्स/लीटर पानी में घोल बनाकर दो छिड़काव 10 दिनों के अंतर से करें।
आम के प्रमुख रोग – नियंत्रण