Crop Cultivation (फसल की खेती)

कोरोमंडल का उर्वरक ग्रोमोर – 20:20:0:13 की विशेषतांए और फायदे

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13 अप्रैल 2023, भोपाल: कोरोमंडल का उर्वरक ग्रोमोर – 20:20:0:13 की विशेषतांए और फायदे – कोरोमंडल का ग्रोमोर – 20:20:0:13,  20% नाइट्रोजन, 20% फॉस्फोरस और 13% सल्फर के साथ, सल्फर की कमी वाली मिट्टी में उगाई जाने वाली सभी फसलों के लिए एक उत्कृष्ट उर्वरक हैं। इसका पैक आकार 50 किलो का होता हैं।

कोरोमंडल का उर्वरक ग्रोमोर – 20:20:0:13 की विशेषतांए-

·       इसमें नाइट्रोजन – 20%, फॉस्फोरस – 20% (P2O5) और सल्फर – 13% शामिल है।

·       18% N अमोनिया (NH4) रूप में और 2% अमाइड रूप में उपलब्ध है जिसे अमोनियम फॉस्फेट सल्फेट के रूप में जाना जाता है।

·       पानी में घुलनशील रूप में, P उच्च मात्रा (85%) में उपलब्ध होता है।

·       13% सल्फेट सल्फर (S के रूप में)।

कोरोमंडल का उर्वरक ग्रोमोर – 20:20:0:13 के फायदे-

·      यह तिलहनी फसलों में तेल की मात्रा में सुधार करता है।

·      सभी फसलों और मिट्टी के लिए उपयुक्त और विशेष रूप से सल्फर की कमी वाली मिट्टी के लिए उपयुक्त हैं।

·      उर्वरकों की बेसल और टॉप ड्रेसिंग के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

·      दाल और अनाज की फसलों की उपज और गुणवत्ता बढ़ाता है और प्याज और मिर्च को तीखापन प्रदान करता है।

कोरोमंडल का उर्वरक ग्रोमोर – 20:20:0:13 के उपयोग की मात्रा (किलो प्रति एकड़)

·      ग्रोमोर 20:20:0:13, ज़्यादातर फसलों और मुख्य रूप से तिलहनी फसलों के लिए सबसे पसंदीदा उर्वरक है। गेहूँ, धान, गन्ना, प्याज एवं मिर्च 100-150 किलो, आलू- 200 किलो, सरसों, मक्का एवं मटर 80-100 किलो।

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