10 से 20 दिन की सोयाबीन फसल में खरपतवार नियंत्रण
12 जुलाई 2022, भोपाल: 10 से 20 दिन की सोयाबीन फसल में खरपतवार नियंत्रण – सोयाबीन की खेती किए जाने वाले क्षेत्रों में इस वर्ष बोवनी की तिथियों में भिन्नता देखी गई है। कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल 20-25 दिन, कुछ क्षेत्रों में 10-15 दिन की हुई है, जबकि कुछेक क्षेत्रों में इसकी बोवनी पिछले सप्ताह ही संपन्न हुई है। अतः उक्त परिस्थिति में सोयाबीन कृषकों के लिए निम्न कृषि कार्य अपनाने की सलाह है। नीचे दी गई सलाह भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर के अनुसार है।
1. सोयाबीन में खरपतवार नियंत्रण के लिए वरीयता अनुसार हाथ से निंदाई /डोरा/कुलपा/खड़ी फसल में उपयोगी रासायनिक खरपतवारनाशक में से किसी एक विधि का प्रयोग करें। सोयाबीन फसल के लिए अनुशंसित खरपतवारनाशकों की सूची के लिए तालिका देखे।
2. जिन कृषकों ने बोवनी पूर्व या बोवनी के तुरंत बाद उपयोगी खरपतवारनाशक का छिड़काव किया है ,वे 30-20 दिन की फसल होने पर डोरा/कुलपा चलाएं।
3. बोवनी की तिथियों में भिन्नता होनेसे कीटों का प्रकोप भी अधिक समय तक रहने की आशंका है, अतः सुरक्षात्मक रूप से कीटनाशकों का छिड़काव करें। सलाह है कि पत्ती खाने वाले कीटों से सुरक्षा हेतु फूल आने से पहले ही सोयाबीन फसल में क्लोरइंट्रानिलिप्रोल 18.5 एस.सी. (150 मिली /हे) का छिड़काव करें। इससे अगले 30 दिनों तक पर्ण भक्षी कीटों से सुरक्षा मिलेगी।
4. जिन्होंने बोवनी पूर्व या बोवनी के तुरंत बाद उपयोगी खरपतवारनाशकों का अभी तक प्रयोग नहीं किया है, सलाह है कि अनुशंसित कीटनाशकों के साथ संगतता पाए जाने वाले वाले निम्न खरपतवारनाशक एवं कीटनाशकों में से किसी एक को मिलाकर छिड़काव करें।-
(1) कीटनाशक: क्लोरइंट्रानिलिप्रोल 18.5 एस.सी. (150 मि ली/हे) या क्विनालल्फोस 25 ई.सी (1 ली/हे) या इन्डोक्साकर्ब 15.8 एस.सी (333 मि .ली./हे)।
(2) खरपतवारनाशक: इमाज़ेथापायर 10 एस.एल (1 ली/हे) या क्विजालोफोप इथाइल 5 ई.सी (1 ली/हे)।
5. कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन फसल में तना मक्खी का प्रकोप होने के लक्षण देखे गए हैं। इसके नियंत्रण हेतु सलाह है कि थायोमिथोक्सम 12.60%+लैम्ब्डा सायहेलोथ्रिन 09.50% जेड.सी. (125 मि ली./हे.) का छिड़काव करें।
सोयाबीन फसल के लिए अनुशंसित खरपतवारनाशकों की सूची के लिए तालिका देखे
रमांक | खरपतवारनाशी का प्रकार | रासायनिक नाम | मात्रा (प्रति हेक्टेयर) |
1 | Pre Plant Incorporation (PPI) | Pendimethalin + Imazethapyr | 2.5-3 l |
2 | Pre-emergence (PE) | Diclosulum 84 WDG | 26-30 g |
Sulfentrazone 39.6 SC | 750 g | ||
Chlomozone 50 EC | 1.5-2.00 l | ||
Pendimethalin 30 EC | 2.5-3.3 l | ||
Pendimethalin 38.7 CS | 1.5 – 1.75 kg | ||
Flumioxazin 50 SC | 250 ml | ||
Metribuzin 70WP | 0.75- 1 kg | ||
Sulfentrazone + Clomazone | 1250 ml | ||
Pyroxasulfone 85 WG | 150 g | ||
Metolachlor 50 EC | 2.0 l | ||
3 | Post emergence (10-12 DAS) | Chlorimuron Ethyl 25% WP + Surfactant | 36 g |
Bentazone 48 SL | 2.0 l | ||
Post emergence (15-20 DAS) | Imazethapyr10 SL+ Surfactant | 1.00 l | |
Imazethapyr 70% WG + Surfactant | 100 g | ||
Quizalofop-ethyl 5 EC | 0.75-1.00 l | ||
Quizalofop-p-ethyl 10 EC | 375-450 ml | ||
Fenoxaprop-p- ethyl 9.3 EC | 1.11 l | ||
Quizalofop -p-tefuryl 4.41 EC | 0.75-1.00 l | ||
Fluazifop-p-butyl 13.4% EC | 1 -2 l | ||
Haloxyfop R Methyl 10.5 EC | 1-1.25 l | ||
Propaquizafop 10 EC | 0.5-0.75 l | ||
Fluthiacet methyl 10.3 EC | 125 ml | ||
Clethodim 25 EC | 0.5-0.75 l | ||
POE Pre-mix formulations (15-20 DAS) | Fluazifop-p-butyl + Fomesafen | 1 l | |
Imazethapyr + Imazamox | 100 g | ||
Propaquizafop + Imazethapyer | 2.0 l | ||
Sodium Aceflourofen + ClodinafopPropargyl | 1.0 l | ||
Fomesafen + Quizalofop ethyl | 1.5 l | ||
Quizalofop Ethyl 10% EC + Chlorimuron Ethyl 25% WP + Surfactant (0.2)(Herbicide) (Twin pack) | 375 ml+36g+0.2% |
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