समस्या- आलू की फसल में सिंचाई के बारे में बतायें।
– श्रीराम, देपालपुर
समस्या- अगेती आलू की फसल अब तक खेतों से बाहर आने लगी है। पिछेती आलू में अवश्य ही सिंचाई की बात की जा सकती है। वर्तमान में हुई वर्षा ने जरूर एक पानी का काम कर दिया है इस वजह से बहुत जल्दी में सिंचाई करने से लाभ नहीं होगा। बतर आने पर फसल की स्थिति पर ध्यान देकर सिंचाई करनी चाहिये। गहरी काली मिट्टी में लगायी गई फसल को दोमट/कंकरीली जमीन में लगाई फसल को अधिक पानी की आवश्यकता होगी। ध्यान तो इतना रहना चाहिये कि आलू में फल बनने की स्थिति में पानी की कमी से उनके विकास पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। पिछेती आलू की फसल पर पत्तों पर आने वाले काले धब्बे रोग के निराकरण हेतु डाईथेन एम 45 दो ग्राम दवा/लीटर पानी में घोल बनाकर 15 दिनों के अंतर से दो छिड़काव किये जायें।
आलू की उन्नत खेती