State News (राज्य कृषि समाचार)

आवश्यकतानुसार सन्तुलित मात्रा में करें उर्वरकों का उपयोग

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26 जून 2023, अलीराजपुर: आवश्यकतानुसार सन्तुलित मात्रा में करें उर्वरकों का उपयोग – खरीफ सीजन में फसलों की अवस्था अनुसार कृषकों को यूरिया उर्वरक का उपयोग वैज्ञानिकों की अनुशंसा अनुसार करना चाहिए। यह सलाह उप संचालक कृषि श्री एसएस चौहान ने दी।

उप संचालक कृषि श्री एसएस चौहान ने बताया कि यूरिया का उपयोग का मुख्य रूप से छिड़काव के रूप में केवल अनाज वाली फसलों में ही करते हैं , जो कि केवल फसल बढ़वार के लिए होता है। बारीक दाने वाले यूरिया उर्वरक के बजाय मोटे दाने वाला नीम कोटेड यूरिया प्रयोग करने सेे फसलों को ज्यादा फायदा होता है। मोटे दाने वाला यूरिया प्रयोग करने से यह फसल को ज्यादा समय तक उपलब्ध रहता है। यूरिया में पाये जाने वाला तत्व नाइट्रोजन का नुकसान (हवा में मिलने से, पानी के साथ बहने से, मिट्टी की निचली परतों में जाने से )मोटे दाने वाले यूरिया में कम होता है। जिससे बारीक दाने वाले यूरिया कि बजाय मोटे दाने वाले यूरिया का फायदा फसलो को अधिक समय तक मिलता है। कृषक भाई यूरिया खाद की जगह नैनो यूरिया का प्रयोग करें। 2.4 मि.ली. प्रति लीटर पानी के साथ फसल पर दो बार छिड़काव कर सकते हैं । नैनो यूरिया की लगभग 500 मि.ली. की यूरिया उर्वरक की एक बैग के बराबर पोषक तत्व के मान से लाभ मिलता है। इसका फायदा फसलों को तत्काल मिलता है, चूँकि इसका प्रयोग छिड़काव के रूप मे करते हैं, अतः पोषक तत्व का नुकसान नहीं होता है। यूरिया खाद से सस्ता होने से किसान को आर्थिक लाभ भी होता है।

किसान भाई वैज्ञानिकों की अनुशंसा अनुसार ही रासायनिक उर्वरकों का फसलों में प्रति हेक्टेयर उपयोग करें।धान (सिंचित) जल्दी पकने वाली में 100 कि.ग्रा. नत्रजन, 60 कि.ग्रा. फास्फोरस 40 कि.ग्रा. पोटाश, सोयाबीन में 20 कि.ग्रा. नत्रजन, 80 कि.ग्रा. फास्फोरस 20 कि.ग्रा. पोटाश, मक्का में 100 कि.ग्रा. नत्रजन, 50 कि.ग्रा. फास्फोरस 25 कि.ग्रा. पोटाश, मूंगफली में 20 कि.ग्रा. नत्रजन, 80 कि.ग्रा. फास्फोरस 20 कि.ग्रा. पोटाश, मूंग व उड़द में 20 कि.ग्रा. नत्रजन, 50 कि.ग्रा. फा स्फोरस, अरहर (तुअर ) में 20 कि.ग्रा. नत्रजन, 60 कि.ग्रा. फस्फोरस, कपास में 100 कि.ग्रा. नत्रजन, 50 कि.ग्रा. फस्फोरस 25 कि.ग्रा. पोटाश, ज्वार में 80 कि.ग्रा. नत्रजन, 40 कि.ग्रा. फस्फोरस 40 कि.ग्रा. पोटाश का उपयोग करें।

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