सटीक कृषि विकास केंद्र को पास के गांवों गोद लेने की आवश्यकता
20 अप्रैल 2023, भोपाल: सटीक कृषि विकास केंद्र को पास के गांवों गोद लेने की आवश्यकता – केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल में सटीक कृषि विकास केंद्र (पीएफडीसी) का डॉ. अभिलक्ष लिखी, अपर सचिव, कृषि मंत्रालय, ने दौरा किया। किसानों के साथ बातचीत करते हुए, डॉ. लिखी ने कहा कि विभिन्न राज्यों में स्थित सभी 22 पीडीएफसी को पास के गांवों को गोद लेने की आवश्यकता है, जिसमें उपयुक्त खुले मैदान और संरक्षित खेती प्रौद्योगिकियों से संबंधित किसानों की जागरूकता का स्तर बढ़ाया जा सके ।
पीएफडीसी भोपाल 3.8 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है जिसमें प्राकृतिक रूप से हवादार पॉलीहाउस (02), कृत्रिम हवादार पॉलीहाउस (02) केबल और पोस्ट शेडनेट (01), शेडनेट हाउस (18), चलित सुरंगें (08) और निचली सुरंगें (10)। यह सभी संरचनाएं सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली और सौर पम्पिंग प्रणाली के साथ एकीकृत हैं। इसके अलावा, केंद्र में लगभग 2 हेक्टेयर खुला क्षेत्र प्रदर्शन के लिए रखा गया है।केंद्र अमरूद, आम, शिमला मिर्च, टमाटर, मटर, अरहर, आलू, प्याज, चना, जरबेरा की फसलों से संबंधित तकनीकों का भी प्रदर्शन कर रहा है।
प्रदर्शित तकनीक में ड्रिप सिंचाई और मल्चिंग के साथ पॉलीहाउस के तहत ड्रिप और मल्चिंग, मीडो ऑर्चर्ड ड्रिप और मल्चिंग, माइक्रो स्प्रिंकलर और बाढ़ सिंचाई, माइक्रो स्प्रिंकलर और मल्च के साथ ड्रिप शामिल हैं। संस्थान ने 123 प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया है जिसमें लगभग 3,100 किसानों /राज्य बागवानी अधिकारियों ने भाग लिया और 36 राष्ट्रीय /क्षेत्रीय स्तर के कृषि-कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं।
वर्ष 2023-24 में, प्रौद्योगिकी मूल्यांकन और शोधन के लिए चार परियोजनाएँ प्रस्तावित हैं जो संरक्षित संरचना के तहत पोषक तत्वों से भरपूर पानी के साथ लंबवत खेती, साल भर की खेती के लिए बायफेसियल सोलर ग्रीन हाउस का उपयोग, आईओटी/क्लाउड आधारित ऑटोमेशन सिस्टम हैं।
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