पर्पल ब्लॉच और बैक्टीरियल ब्लाइट रोग का निदान बताया
30 नवंबर 2021, इंदौर । पर्पल ब्लॉच और बैक्टीरियल ब्लाइट रोग का निदान बताया – शाजापुर जिले में इन दिनों प्याज और लहसुन की फसल में बैक्टीरियल ब्लाइट और पर्पल ब्लॉच रोग की समस्या देखने को मिल रही है। गत दिनों कृषि विज्ञान केंद्र शाजापुर के वैज्ञानिक डॉ मुकेश सिंह ने बेरछा क्षेत्र के किसानों श्री विष्णुप्रसाद नाहर, श्री कैलाशचंद नाहर साथ खेतों का भ्रमण किया और रोग नियंत्रण के लिए उचित परामर्श दिया।
श्री सिंह ने कहा कि यह पर्पल ब्लॉच रोग है, इस रोग में फसल की पत्तियों पर सुनहरे चकत्ते पाये जाते हैं, जो ऊपर से सूखने जैसे प्रतीत होते है। अधिक प्रकोप होने पर जड़ के सड़ने और तने के सूखने से उत्पादन कम होगा। इसके नियंत्रण हेतु कासुगामाइसिन +कॉपर ऑक्सिक्लोराइड की 40 ग्राम मात्रा प्रति पंप या मेटलैक्सिल मेंकोज़ेब की 35 ग्राम मात्रा प्रति पंप के मान से 15 दिन के अंतर से खड़ी फसल पर छिड़काव करने की सलाह दी। साथ ही थ्रिप्स और माहू के नियंत्रण हेतु इमिडाक्लोप्रिड 17. 8 एसएल की पांच मिली. मात्रा प्रति पंप के मान से छिड़काव करें। इस मौके पर कीटनाशक विक्रेता श्री सुनील नाहर व श्री लक्ष्मण जैन भी उपस्थित थे।