बांस आधारित विकास की संभावनाओं के संबंध में बैठक
12 नवंबर 2021, बालाघाट । बांस आधारित विकास की संभावनाओं के संबंध में बैठक – जिला कलेक्टर श्री गिरीश कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में बालाघाट जिले में बांस आधारित विकास की संभावनाओं की संबंध में बैठक का आयोजन कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में सम्पन्न हुआ । बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विवेक कुमार, वन मण्डलाधिकारी दक्षिण वन मण्डल, श्री ए.के. भट्टाचार्य, बांस लगाने वाले कृषक, बांस व्यापारी तथा बांस के प्रोडक्ट बनाने वाले कलाकार उपस्थित रहे ।
बैठक में बांस उत्पादक किसानों ने बताया कि हमारे पास बांस है, लेकिन कोई खरीददार नहीं मिलता, राजस्व खसरा के कालम 12 में दर्ज नहीं होने के कारण व्यापारियों को परिवहन के लिए टी.पी. की आवश्यकता पड़ती है । व्यापारियों ने अगरबत्ती काड़ी उत्पादकों ने सस्ते दर पर बांस उपलब्ध कराने की मांग की । वन मण्डलाधिकारी ने बताया कि बांस का इण्डस्ट्रीयल डिमाण्ड ज्यादा होने के कारण बांस के रेट बहुत बढ़ गये हैं ।
बैठक में जानकारी दी गई कि बांस निर्मित उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए उत्पादों के डिजाइन और क्वालिटी में सुधार के लिए इस क्षेत्र में काम करने वाले कलाकारों को ट्रेनिंग की निहायत आवश्यकता है । हमारे पास सब कुछ है, बांस, मेनपावर, मशीनें, मार्केट, सिर्फ आवश्यकता है सबको समेटकर एक प्लेटफार्म पर लाने की । बताया गया कि इस क्षेत्र में उत्पाद बनाने वाले लोगों को चिन्हित कर दिसम्बर माह से ट्रेनिंग शुरू की जायेगी । बांस खरीदार को नहीं मालूम कि बांस कहां मिलेगा, वहीं किसानों को नहीं मालूम कि उनका बांस कौन खरीदेगा, इस कारण एक दशक से बांस का उत्पादन एक-चौथई रह गया है ।
कलेक्टर डा. मिश्रा ने कहा कि बांस आधारित विकास के क्षेत्र में आने वाली छोटी-मोटी समस्याओं को दूर करेंगे ।बैठक में श्री शैलेन्द्र भटरे, वारासिवनी ने अपने बांस निर्मित उत्पादों को दिखाया, जिसे सभी लोगों ने सराहा । बांस और बांस उत्पाद के निर्यात पर चर्चा के लिए दिल्ली से अधिकारी आ रहे हैं । जिन व्यापारी तथा उत्पादकों को चर्चा करनी हो, वे 12 नवम्बर 2021 को दोपहर 12 से 1 बजे के बीच चर्चा में शामिल हो सकते हैं ।