राज्य कृषि समाचार (State News)

कृषि आदान कंपनियों से अवैध वसूली बढ़ी, परेशान व्यापार जगत

02 अक्टूबर 2023, इंदौर: कृषि आदान कंपनियों से अवैध वसूली बढ़ी, परेशान व्यापार जगत – जैसे हलवाई कढ़ाई में बचे तेल में और पूडिय़ाँ तलने की कोशिश करता है। वैसे ही इन दिनों सत्ता के दलाल भी कृषि आदान निर्माताओं के यहाँ हलवाई  बनकर चुनावी बेला में कढ़ाई के बचे दिनों के तेल में वसूली की पूडिय़ाँ तलने की कोशिश कर रहे हैं। कृषि आदान निर्माताओं को आचार संहिता लगने से यह आंच धीमी होने का इंतज़ार है,ताकि वसूली की ये अवैध और अतिरिक्त पूडिय़ाँ तली न जा सकें।  

सत्ता के दलालों के द्वारा खरीफ सीजन में की गई अवैध वसूली का मामला पहले उजागर किया गया था। अब यही सत्ता के दलाल रबी सीजन में भी गेहूं बीज के नमूनों का बड़ी मात्रा में संग्रहण कर कृषि आदान निर्माताओं पर नमूने फेल करने का बेजा दबाव बनाकर डराने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि नमूना जाँच की आड़ में फिर वसूली कर सके। इसीलिए इस बार कृषि आदान विक्रेता रबी सीजन का गेहूं/चना बीज आचार संहिता लगने के बाद बाज़ार में लाना चाहते हैं, ताकि इनको सरपरस्ती देने वाले प्रभावशाली (यों) के दबाव को कम किया जा सके |

उल्लेखनीय है कि इस साल के खरीफ सीजन में सोयाबीन बीजों के नमूनों की जाँच के नाम पर करोड़ों रुपए की अवैध वसूली की गई थी। यह मामला तब सुखिऱ्यों में रहा था। तब एक स्थानीय कार्यक्रम में सत्तापक्ष के एक दमदार विधायक से इस बाबत शिकायत भी की गई थी। जिसमें उन्होंने इस मामले में मुख्यमंत्री से मिलकर इस समस्या का समाधान करने का आश्वासन भी दिया था, लेकिन यह मामला आगे  नहीं बढ़ा तो सत्ता के इन दलालों के हौंसले फिर बढ़ गए और अब रबी सीजन में भी बीजों की जाँच के नाम पर अवैध  वसूली का वही हथकंडा अपना रहे हैं, जो खरीफ सीजन में अपनाया था। ऐसे में कृषि आदान  निर्माताओं  को आचार संहिता लगने का इंतज़ार ताकि इस दौरान उन्हें इस अवैध वसूली से कुछ राहत मिल सके।

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