राजस्थान में ऊर्जा के दक्ष उपयोग से ऊर्जा बचत संभव : ऊर्जा मंत्री
राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार समारोह
24 दिसम्बर 2022, जयपुर । राजस्थान में ऊर्जा के दक्ष उपयोग से ऊर्जा बचत संभव : ऊर्जा मंत्री – ऊर्जा मंत्री श्री भंवर सिंह भाटी की मुख्य आतिथ्य में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर प्रदेश के 13 वें ‘राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार समारोह’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री भाटी ने कहा कि ऊर्जा के उपलब्ध संसाधनों का किफायती ढ़ंग से दक्ष उपयोग तथा गैर परम्परागत संसाधनों से अधिकाधिक विद्युत उत्पादन करके विशाल मात्रा में परम्परागत सीमित ऊर्जा स्रोतों को बचाया जा सकता है।
ऊर्जा मंत्री श्री भाटी द्वारा ‘संरक्षण ऊर्जा दिवस’ के अवसर पर विभिन्न औद्योगिक समूहों, यथा नार्थ वेस्ट रेलवे, बीएसएनएल आदि 34 व्यक्तियों उद्यमियों, संस्थानों को ऊर्जा दक्षता एवं ऊर्जा बचत हेतु उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुरस्कार स्वरूप शील्ड एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
ऊर्जा के दक्ष उपयोग से ऊर्जा संरक्षण करने वाले व्यक्तियों, उद्यमियों, संस्थानों आदि का आह्वान करते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा कि उनके द्वारा किए गए पवित्र प्रयासों के कारण प्रदेश में बहुतायत मात्रा में ऊर्जा की बचत संभव हो सकी है। ऊर्जा मंत्री ने यह भी अवगत करवाया कि विश्व में ऊर्जा के परम्परागत संसाधन सीमित मात्रा में उपलब्ध है, जबकि ऊर्जा की मांग दिन-प्रतिदिन तीव्रगति से बढ़ती जा रही है। इस प्रकार सतत् रूप से बढ़ती हुई ऊर्जा की मांग का सामना करने हेतु हमें ऊर्जा संरक्षण के प्रति स्वयं तथा समाज को जागरूक करना होगा।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए श्री भास्कर ए सावंत, प्रमुख शासन सचिव, ऊर्जा विभाग द्वारा अवगत करवाया गया कि ऊर्जा के किफायति उपयोग से प्रदेश के विभिन्न व्यक्तियों, उद्यमियों, संस्थानों आदि द्वारा विगत वर्ष में 26.5 करोड़ यूनिट विद्युत की बचत की गई, जो उपने-आप में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है जिसके लिए मैं इन ऊर्जा संरक्षणकर्ता पुरस्कार विजेताओं का शुक्र गुजार हूँ तथा आशा करता हूँ कि भविष्य में हम और अधिक ऊर्जा संरक्षण के प्रति प्रेरित होंगे। श्री सावंत ने जनसमुदाय को आग्रह किया कि हमें ऊर्जा की बचत केवल एक दिन के लिए नहीं बल्कि सदैव एक आदत के रूप में करनी चाहिए।
राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के अध्यक्ष श्री आशुतोष एटी पेडणेकर द्वारा अवगत करवाया गया कि राजस्थान प्रदेश को आज के दिन राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार की प्राप्ति हुई है, जो कि हम प्रदेशवासियों के लिए बड़े ही गौरव का विषय है। श्री पेड़णेकर द्वारा यह भी अवगत करवाया गया कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2030 तक देश में 500 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा स्थापित किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसे हासिल किए जाने हेतु राजस्थान प्रदेश की भूमिका अहम रहेगी।
राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के महाप्रबंधक श्री सुनित माथुर द्वारा अवगत करवाया गया कि राज्य सरकार की निवेश मित्र “सौर ऊर्जा नीति 2019” “पवन एवं हायब्रिड ऊर्जा नीति” 2019 राजस्थान निवेश प्रोत्साहन नीति आदि के कारण निजी निवेशक राजस्थान प्रदेश में अपनी अक्षय ऊर्जा परियोजानाएं स्थापित किए जाने हेतु आकर्षित हुए है, जिसके परिणाम स्वरूप सौर ऊर्जा के क्षेत्र में देश की सर्वाधिक परियोजनाएं स्थापित कर राजस्थान देश का अव्वल राज्य घोषित किया गया है। इस अवसर पर अक्षय ऊर्जा स्रोत उपकरणों तथा ऊर्जा संरक्षण विषय पर एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।
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