राजस्थान विधानसभा आम चुनाव में होम वोटिंग का पहला दिन, पहले दिन 12342 बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने किया घर पर ही मतदान
प्रदेश के 26 जिलों में मंगलवार से हुई होम वोटिंग की शुरुआत, चुनाव आयोग की पहल पर जताई खुशी
17 नवम्बर 2023, जयपुर: राजस्थान विधानसभा आम चुनाव में होम वोटिंग का पहला दिन, पहले दिन 12342 बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने किया घर पर ही मतदान – राजस्थान विधानसभा आम चुनाव-2023 में 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ मतदाता तथा 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाता भारत निर्वाचन आयोग की पहल पर पहली बार घर से ही उत्साहपूर्वक मतदान कर रहे हैं। प्रदेश के 26 जिलों में मंगलवार से होम वोटिंग की शुरुआत हुई।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री प्रवीण गुप्ता ने बताया कि राजस्थान विधानसभा आम चुनाव-2023 के अंतर्गत प्रदेश में 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ मतदाता तथा दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही मतदान करने की सुविधा का विकल्प दिया गया है। प्रदेश में मंगलवार को होम वोटिंग के पहले दिन 9687 बुजुर्ग तथा 2655 दिव्यांग मतदाताओं ने घर से मतदान करने की सुविधा का लाभ लिया है।
उन्होंने बताया कि पात्र 62927 मतदाताओं ने विकल्प के तौर पर होम वोटिंग सुविधा के लिए आवेदन किया है। विशेष मतदान दल ऐसे मतदाताओं के घर जाकर पूरी गोपनीयता के साथ डाक मतपत्र के माध्यम से उनका मतदान करवा रहे हैं। पोस्टल बैलेट के माध्यम से 19 नवम्बर तक घर पर ही मतदान करवाया जाएगा। जो मतदाता होम वोटिंग के पहले चरण के दौरान घर पर अनुपस्थित रहेंगे, उनके लिए 20 और 21 नवम्बर को विशेष मतदान दल दूसरी बार विजिट करेंगे। अनिवार्य सेवाओं से जुड़े मतदाताओं के लिए मतदान की तारीखें 19 नवम्बर से 21 नवम्बर तक तय की गई हैं।
कई दिव्यांग मतदाताओं ने किया पहली बार मतदान
प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में विशेष मतदान दलों ने पूरी सक्रियता के साथ मंगलवार सुबह 9 बजे से होम वोटिंग के लिए मतदाताओं के घर-घर जाना प्रारम्भ किया। झालावाड़ जिले में खानपुर विधानसभा क्षेत्र के दिव्यांग मतदाता श्री दिनेश कुमार ने बताया कि वो पूर्व में दिव्यांग होने की वजह से मतदान केंद्र तक नहीं जा पाते थे इसलिए अपने मत का प्रयोग करने से वंचित रहे। उन्होंने चुनाव आयोग की इस पहल का धन्यवाद दिया कि वे प्रथम बार अपना मत अधिकार प्रयोग कर पाए। झुंझुनूं निवासी दिव्यांग मतदाता याकूब ( 67 वर्ष ) ने मतदान के बाद कहा कि वे 25 वर्ष बाद मतदान कर पाए हैं और यह मतदान आयोग की पहल के कारण ही संभव हो पाया है। इसी प्रकार, ब्यावर विधानसभा क्षेत्र के दिव्यांग मतदाता सिद्धार्थ लोहिया ने होम वोटिंग सुविधा का लाभ लेते हुए अपने जीवन के 37 वर्ष में पहली बार मतदान किया। विधानसभा क्षेत्र के बामनवास के टोंड निवासी 18 वर्षीय विशेष दिव्यांग मतदाता अनुराग ने पहली बार मतदान किया।
शतायु मतदाता भूरी देवी, हीरालाल और रामकन्या ने किया मतदान
जालोर जिले में भीनमाल विधानसभा क्षेत्र में घासेड़ी निवासी 102 वर्ष की भूरी देवी, रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में करवाड़ा निवासी 98 वर्षीय खियाराम और जालोर विधानसभा क्षेत्र के 92 वर्षीय मोडाराम के घर जाकर विशेष मतदान दलों ने मतदान करवाया। खण्डार विधानसभा क्षेत्र के जीनापुर निवासी 101 वर्षीय हीरालाल एवं खण्डार विधानसभा क्षेत्र की ग्राम खेडली निवासी 101 वर्षीय रामकन्या ने भी होम वोटिंग के माध्यम से अपने मत का प्रयोग किया। हनुमानगढ़ विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 64 की बुजुर्ग मतदाता श्रीमती सरला देवी ने घर से वोट देने के बाद अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ये सुविधा नहीं मिलती तो वे वोट देने के बारे में सोच भी नहीं पाती। बीकानेर के 85 वर्षीय शंभूलाल शर्मा ने कहा कि आयु अधिक होने के कारण मतदान केन्द्र तक जाने में बहुत दिक्कत होती थी। चुनाव आयोग की यह पहल बहुत अच्छी है।
रायसिंहनगर में 13आरबी गांव के निवासी 92 वर्षीय अवतार सिंह ने घर पर ही मतपेटी में वोट दिया। इसी प्रकार, रायसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र के ही 18पीटीडीए गांव के दिव्यांग मतदाता आत्मा सिंह ने घर पर ही मताधिकार का प्रयोग किया। मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में बेरिसाल (बिजौलिया) निवासी दिव्यांग जाहिद खान ने भी होम वोटिंग के विकल्प का उपयोग किया। नागौर निवासी 82 वर्षीया कौशल्या देवी ने भी घर पर ही रहकर मतदान किया। झालावाड़ जिले के गांव असनावर में 88 वर्षीय गौरा बाई ने भी होम वोटिंग से मतदान किया। होम वोटिंग शाम 5 बजे तक चली, जिसके बाद मतदान दल मुख्यालय रवाना हो गए।
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