सिंगरौली जिले में पंजीयन और उपार्जन की प्रक्रिया का निर्धारण
13 फरवरी 2024, सिंगरौली: सिंगरौली जिले में पंजीयन और उपार्जन की प्रक्रिया का निर्धारण – कलेक्टर श्री अरुण परमार ने बताया कि रबी विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन करने के लिए किसानो की सुविधा हेतु पंजीयन और उपार्जन की प्रक्रिया का निर्धारण किया गया है। किसानों के पंजीयन की व्यरवस्था को सहज एवं सुगम बनाया गया है। किसान स्वयं के मोबाइल से घर बैठे पंजीयन कर सकते हैं । किसानों को पंजीयन केंद्रों मे लाइन लगाकर पंजीयन कराने की समस्या से मुक्ति मिलेगी ।
श्री परमार ने बताया कि किसान अपना निशुल्क पंजीयन ग्राम पंचायत कार्यालय में स्थापित सुविधा केंद्र पर, जनपद पंचायत कार्यालयों में स्थापित सुविधा केंद्र पर, तहसील कार्यालयों में स्थापित सुविधा केंद्र पर, सहकारी समितियों एवं सहकारी विपणन संस्थाओं द्वारा संचालित पंजीयन केंद्र पर तथा एमपी किसान एप पर अपना पंजीयन करा सकते हैं । कलेक्टर ने बताया कि सशुल्क के साथ किसान अपना पंजीयन एमपी ऑनलाइन कियोस्क पर, कामन सर्विस सेंटर कियोस्क पर, लोक सेवा केंद्र पर, निजी व्यक्तियों द्वारा संचालित साइबर कैफे के माध्यम से अपना पंजीयन करा सकते हैं । एम.पी. ऑनलाईन कियोस्क, कॉमन सर्विस सेन्टर, लोक सेवा केन्द्र और निजी व्यक्तियों द्वारा संचालित साइबर कैफे पर समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन हेतु किसानों के पंजीयन का निर्धारित पंजीयन शुल्क रुपये 50 (रुपये पचास मात्र) से अधिक नहीं लिया जायेगा। केंद्रों पर पंजीयन सुविधा एवं शुल्क राशि के संबंध में आवश्यक बैनर सेंटर पर लगाया जायेगा ।
इस संबंध में जिला आपूर्ति अधिकारी कियोस्क, कॉमन सर्विस सेंटर, लोक सेवा केन्द्र द्वारा कार्यवाही सुनिश्चित करे एवं सतत निगरानी रखें । कलेक्टर ने बताया कि गेहूं उपार्जन के लिए किसान का पंजीयन करने के पूर्व भूमि संबंधी दस्तावेज एवं किसान के आधार एवं अन्य फोटो पहचान पत्रों का समुचित परीक्षण कर उनका रिकॉर्ड रखा जाना अनिवार्य होगा। गेहूं पंजीयन हेतु किसानों से शासन द्वारा निर्धारित शुल्क 50 रुपये से अधिक लिये जाने या नियम विरुद्ध कार्य किये पर संबंधित सर्विस सेंटर के संचालक के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम)