438 लाख हेक्टेयर में हुई रबी बोनी
गेहूं का रकबा 200 लाख हेक्टेयर पार
(नई दिल्ली कार्यालय से)
7 दिसम्बर 2021, 438 लाख हेक्टेयर में हुई रबी बोनी – देश में अब तक 438 लाख 51 हजार हेक्टेयर में बोनी कर ली गई है, जबकि गत वर्ष इस अवधि में 413 लाख 11 हजार हेक्टेयर में बोनी हुई थी जो लगभग 25 लाख हेक्टेयर अधिक है। अब तक 200 लाख 66 हजार हेक्टेयर में गेहूं बोया गया है जबकि गत वर्ष इस अवधि में 193 लाख 42 हजार हेक्टेयर में बोनी हुई थी। इस प्रकार गेहूं की बोनी लगभग 7 लाख हेक्टेयर अधिक क्षेत्र में हो गई है। चालू रबी में तिलहनों का रकबा तेजी से बढ़ा है। अब तक गत वर्ष की तुलना में लगभग 18 लाख हेक्टेयर अधिक क्षेत्र में बुवाई कर ली गई। वहीं दलहनी फसलों की बुवाई भी गत वर्ष के सामान चल रही है।
कृषि मंत्रालय द्वारा जारी बुवाई के फसलवार आंकड़ों के अनुसार अब तक 200.66 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई हो गई है। जबकि लक्ष्य 303.6 लाख हे. रखा गया है। गत वर्ष इस अवधि में गेहूं 193.42 लाख हेक्टेयर में बोया गया था। वहीं धान की बोनी अब तक 9.74 लाख हेक्टेयर में हुई है।
देश में तिलहनी फसलों का रकबा तेजी से बढ़ रहा है। 77.38 लाख हेक्टेयर की तुलना में अब तक 83.65 लाख हेक्टेयर में तिलहनी फसलें बोयी जा चुकी हैं जो गत वर्ष की तुलना में लगभग 18 लाख हेक्टेयर से अधिक है क्योंकि गत वर्ष अब तक 64.73 लाख हेक्टेयर में तिलहनी फसलें बोयी गई थीं। देश की प्रमुख तिलहनी फसल सरसों की बुवाई गत वर्ष की तुलना में लगभग 18.06 लाख हेक्टेयर अधिक है। अभी तक 77.62 लाख हे. में सरसों की बुवाई हो गई है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 59.57 लाख हेक्टेयर में सरसों बोई गई थी। वहीं मोटे अनाजों की बुवाई 30.49 लाख हेक्टेयर में कर ली गई है। देश में दलहनी फसलों की बुवाई अब तक 113.98 लाख हेक्टेयर में हुई है। इसमें चने की बुवाई गत वर्ष की तुलना में लगभग 1.42 लाख हेक्टेयर अधिक हो गई है।
गत वर्ष 80.01 लाख हे. में बोनी हो गई थी। जबकि इस वर्ष अब तक 81.43 लाख हेक्टेयर में बोनी हो गई है। चने का सामान्य क्षेत्र 95.66 लाख हे. है। इसी प्रकार मटर की बोनी 7.92 लाख हेक्टेयर में एवं मसूर की बोनी 13.03 लाख हेक्टेयर में हुई है।