National News (राष्ट्रीय कृषि समाचार)

3% की ब्याज छूट, दूध उत्पादकों को होगा फायदा; एचआईडीएफ को 2025-26 तक के लिए मिली मंजूरी

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15 फरवरी 2024, नई दिल्ली: 3% की ब्याज छूट, दूध उत्पादकों को होगा फायदा; एचआईडीएफ को 2025-26 तक के लिए मिली मंजूरी – केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला ने बुधवार को नई दिल्ली में पुनर्गठित पशुपालन अवसंरचना विकास निधि (एएचआईडीएफ) योजना का शुभांरभ किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने उद्योग, एफपीओ, डेयरी सहकारी समितियों को इस योजना का लाभ उठाना के लिए कहा। इसके साथ ही मंत्री परषोत्तम रूपाला ने एएचआईडीएफ से संबंधित एक ‘रेडियो जिंगल’ भी जारी किया। समारोह में श्री रूपाला ने कहा कि यह योजना कोविड काल के दौरान शुरू की गई थी जो पूरे देश के लिए कठिन समय था। उन्होंने कहा कि इस योजना को नया स्वरूप दिया गया है और इसे अगले 3 वर्षों (31 मार्च 2023 से 2025-26 तक) के लिए लागू किया जाएगा।

3% की ब्याज छूट

केंद्रीय ने बताया कि कैबिनेट ने हाल ही में  (1 फरवरी 2024) को अपनी बैठक में 29,610 करोड़ रुपये की लागत के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड के तहत एएचआईडीएफ के पुनर्गठन को मंजूरी दी। अब डेयरी सहकारी समितियों को डीआईडीएफ में मिलने वाली 2.5% की बजाय एएचआईडीएफ के तहत 3% की ब्याज छूट का लाभ मिलेगा।

दूध उत्पादकों का होगा फायदा 

डेयरी सहकारी को एएचआईडीएफ के क्रेडिट गारंटी फंड के तहत क्रेडिट गारंटी सहायता भी मिलेगी। यह योजना डेयरी सहकारी समितियों को नवीनतम प्रोसेसिंग टेक्नॉलजी के साथ अपने प्रोसेसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को उन्नत करने में मदद करेगी। इससे देश में बड़ी संख्या में दूध उत्पादकों को फायदा होगा।

योजना की मुख्य बाते

1. 8 वर्ष तक देय 3% की ब्याज छूट

2. व्यक्ति, एफपीओ, डेयरी सहकारी समितियां, निजी कंपनियां, सेक्शन 8 कंपनियां, एमएसएमई

3. क्रेडिट गारंटी अवधि ऋण के 25% तक कवर करती है

4. ऋण राशि पर कोई सीमा नहीं है

5. अनुमानित/वास्तविक परियोजना लागत का 90% तक ऋण की सुविधा

6. अन्य मंत्रालयों या राज्य स्तरीय योजनाओं की पूंजीगत सब्सिडी योजनाओं के साथ तालमेल बिठाना भी शामिल

7. ऑनलाइन पोर्टल www.ahidf.udaymitra.in के माध्यम से आसान आवेदन प्रक्रिया

मध्यप्रदेश में डेयरी प्रसंस्करण व मूल्य सवंर्धन परियोजना  

उद्घाटन समारोह में दिशाला लाइवलीहुड प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, एफपीओ ने कहा कि उन्होंने मंथन संगठन के सहयोग से एएचआईडीएफ के तहत प्रति दिन 10,000 लीटर की क्षमता के साथ सीहोर, मध्य प्रदेश में एक डेयरी प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन परियोजना स्थापित की है। उन्होंने विभाग से 1.2 लाख ब्याज अनुदान प्राप्त किया है। अंबा फीड ने बताया कि उन्होंने एएचआईडीएफ के तहत कोयंबटूर में 1,20,000 मीट्रिक टन प्रति वर्ष का एनिमल फीड प्लांट स्थापित किया है।

इस दौरान एबीआईएस एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने  पशुधन क्षेत्र में बुनियादी ढांचा बनाने में योजना की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि वे बुनियादी ढांचे के निर्माण में 2,000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।

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